


छत्तीसगढ़ में डेंगू का प्रकोप बड़ता ही जा रहा है। पिछले 15 दिनों में डेंगू से अब तक 4 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें दो मासूम बच्चों के साथ दो वयस्क भी शामिल है। वहीं जिले में डेंगू मरीजों का आंकड़ा 350 के पार हो चुका है। इसके साथ ही जिले में मलेरिया के मरीज मिल रहे हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से हर कोशिश की जा रही है।
अधिकारी भी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे
शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी डेंगू के मामले बढ़ने से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देख जिला प्रशासन के अधिकारी भी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसके साथ ही इलाकों में दवा का छिड़काव करने की बात कर रहे हैं लेकिन ये सारी कोशिशें नाकाम ही साबित हो रही हैं। वहीं अस्पताल में भी सही वक्त पर उचित इलाज नहीं मिल पाने के कारण लोगों की जान जा रही हैं।
उचित वक्त पर इलाज भी नहीं मिल पा रहा
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी का कहना है कि डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या को लेकर स्वास्थ विभाग पूरी तरह से अलर्ट है। तेजी से पैर पसार रहे डेंगू के नियंत्रण के लिए अस्पतालों के साथ-साथ सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में भी व्यवस्था अच्छी रखने को कहा गया है। वहीं मरीजों के परिजनों की कहना है कि जो व्यवस्था अस्पताल में होनी चाहिए वो व्यवस्था नहीं मिल पा रही है और उचित वक्त पर इलाज भी नहीं मिल पा रहा है। जिसके चलते डेंगू से मौत हो रही है।
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लोग लगातार इसकी चपेट में आ रहे
डेंगू से बचाव और जागरुकता के लिए स्वास्थ्य विभाग जागरुकता अभियान चला रहा है। वहीं प्रभावित क्षेत्रों में दवा का छिड़काव नहीं हो पाने के कारण लोग लगातार इसकी चपेट में आ रहे हैं और जांच के दौरान डेंगू और मलेरिया पॉजिटिव निकल रहे हैं। इधर जिस तरह से डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं ऐसे में लोगों को चिंता सताने लगी है। वहीं इससे बचाव और रोकथाम के लिए भी स्वास्थ्य विभाग के प्रयास नाकाम साबित हे रहे हैं।