


मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 27 जून से राजधानी समेत पूरे प्रदेश में अच्छी बारिश होने की संभावना है। इस बार मानसून की रफ्तार सामान्य के मुकाबले धीमी है, जिससे दक्षिणी इलाकों में बारिश की संभावना फिलहाल कम है। हालांकि, 25 जून को गंगेटिक पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्रों में एक नया मौसम तंत्र बनने के आसार हैं।
27 जून से बारिश में तेजी की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार नया सिस्टम बनने के बाद मानसून की गति बढ़ेगी और 27 जून से पूरे प्रदेश में अच्छी वर्षा की संभावना है। अगले 48 घंटों में कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
दक्षिण-पूर्व उत्तर प्रदेश और उसके आसपास के क्षेत्रों में एक निम्न दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। इससे जुड़ा ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊंचाई तक फैला हुआ है। यह सिस्टम उत्तर-पश्चिम दिशा में धीरे-धीरे बढ़ सकता है लेकिन आगे चलकर कमजोर भी हो सकता है।
इसके अलावा एक पूर्व-पश्चिम द्रोणिका गुजरात से होते हुए बांग्लादेश तक लगभग 3.1 किमी की ऊंचाई पर बनी हुई है। साथ ही एक और द्रोणिका उत्तर पंजाब से उत्तर बिहार तक 0.9 किमी ऊंचाई तक फैली हुई है। 25 जून को गंगेटिक पश्चिम बंगाल और आसपास के क्षेत्रों में एक नया चक्रवाती परिसंचरण विकसित होने की संभावना है, जिससे बारिश की गतिविधियों में तेजी आएगी।
बीते 24 घंटों का मौसम हाल
पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। सबसे ज्यादा बारिश रघुनाथ नगर में 5 सेमी हुई। इसके अलावा वाड्रफनगर में 4 सेमी, दोरनापाल और दौरा कोचली में 3 सेमी वर्षा दर्ज की गई।
सुकमा और घरघोड़ा में 2 सेमी, जबकि जनकपुर, रामानुजनगर, भरतपुर सहित अन्य इलाकों में 1 सेमी वर्षा रिकॉर्ड की गई।
प्रदेश में अधिकतम तापमान दुर्ग में 34.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री पेण्ड्रारोड और जगदलपुर में दर्ज किया गया।