प्रदेश में सर्द हवाओं के चलते कड़ाके की ठंड बनी हुई है। उत्तरी क्षेत्रों में सुबह के समय घना कोहरा छा रहा है, जिससे ठिठुरन और बढ़ गई है। कोहरे की चादर में लिपटे शहरों में जनजीवन प्रभावित हो रहा है। शनिवार को प्रदेश में सबसे कम न्यूनतम तापमान 4.3 डिग्री सेल्सियस उमरिया में दर्ज किया गया।
इंदौर, शहडोल और सिवनी जिलों में शीतलहर का प्रभाव बना रहा। प्रदेश के 26 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। ग्वालियर, खजुराहो और रीवा में अति घना कोहरा छाया रहा, जहां दृश्यता घटकर 50 मीटर से भी कम रह गई। नरसिंहपुर, ग्वालियर और सीधी में दिन के समय भी ठंड का असर देखा गया। दिन का सबसे कम अधिकतम तापमान 19.2 डिग्री सेल्सियस ग्वालियर में रिकॉर्ड किया गया।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार रविवार को भी इंदौर में शीतलहर चलने की संभावना है। ग्वालियर, चंबल, सागर और रीवा संभाग के जिलों में कहीं-कहीं घना कोहरा छा सकता है, जबकि जबलपुर और शहडोल संभाग के कुछ जिलों में मध्यम कोहरा रहने के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ दक्षिण-पश्चिम ईरान के ऊपर ऊपरी हवा में चक्रवात के रूप में सक्रिय है। उत्तर भारत के ऊपर लगभग 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर 194 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से जेट स्ट्रीम हवाएं बह रही हैं। इसके साथ ही 25 दिसंबर से हिमालयी क्षेत्र में एक नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने की संभावना जताई गई है, हालांकि इसकी तीव्रता कमजोर रहने के संकेत हैं।
प्रदेश में कड़ाके की ठंड जारी
जम्मू क्षेत्र के आसपास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ आगे बढ़ चुका है। उत्तर भारत की ओर से लगातार आ रही सर्द हवाओं के कारण प्रदेश में ठंड का प्रकोप बना हुआ है। वहीं उत्तरी क्षेत्रों में ठंडे वातावरण के साथ नमी मौजूद होने से घना कोहरा छा रहा है। सुबह देर से धूप निकलने के कारण ठिठुरन और अधिक बढ़ गई है। आने वाले दिनों में भी मौसम का यही रुख बने रहने की संभावना है।