


केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने विपक्षी दलों पर तीखा हमला करते हुए कहा है कि उन्हें न तो न्याय व्यवस्था पर भरोसा है और न ही संवैधानिक संस्थाओं पर। उन्होंने कहा कि विपक्ष का मकसद सिर्फ हंगामा करना है, जबकि जब कानूनी या संवैधानिक तरीके से आपत्ति दर्ज करनी हो, तो वे पीछे हट जाते हैं।
विपक्ष पर चिराग पासवान ने साधा निशाना
चिराग पासवान ने आगे अपने बयान में विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि, आज वे ( विपक्ष ) चुनाव आयोग पर सवाल उठा रहे हैं। यह वही चुनाव आयोग है, जिसके नेतृत्व में चुनाव हुए और कांग्रेस ने लंबे समय तक केंद्र और राज्यों में सरकार चलाई। केंद्रीय मंत्री पासवान ने कहा कि जब झारखंड में विपक्षी दलों की जीत हुई, तब चुनाव आयोग पर किसी ने सवाल नहीं उठाया, लेकिन जब नतीजे उनके अनुकूल नहीं आए, तो आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
आधिकारिक शिकायत क्यों नहीं करते?
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने विपक्षी नेताओं राहुल गांधी और तेजस्वी यादव को घेरते हुए कहा कि वे केवल हवा-हवाई आरोप लगाते हैं लेकिन कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराते। अगर इतनी धांधली हो रही है, तो कम से कम एक बार आधिकारिक अपील तो दर्ज करें। चुनाव आयोग के समक्ष प्रमाण पेश करने की बारी आए तो आप भाग जाते हैं।
संवैधानिक संस्थाओं की भूमिका पर ज़ोर
केंद्रीय मंत्री पासवान ने कहा कि, चुनाव आयोग एक स्वतंत्र संवैधानिक संस्था** है और उसे बदनाम करना लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने विपक्ष से सवाल किया कि जब वे खुद आयोग के पास शिकायत लेकर गए थे, तो अब उसकी निष्पक्षता पर कैसे सवाल उठा सकते हैं?
पासवान के इस बयान से स्पष्ट है कि सरकार विपक्ष पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का आरोप लगा रही है, जबकि विपक्ष इन संस्थाओं की कार्यप्रणाली पर पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर सवाल कर रहा है। यह बयान राजनीतिक टकराव को और तेज कर सकता है।