


उत्तराखंड के उत्तरकाशी में मंगलवार को आई बाढ़ ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। उत्तरकाशी के धराली गांव में अचानक बादल फटने से तबाही मच गई। कई लोगों के आशियाने उजड़ गए। इस हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। यही नहीं अचानक आए मलबे में कई लोग दब भी गए, जिनका रेस्क्यू किया जा रहा है। राहत और बचाव कार्य लगातार जारी है। अब तक 400 लोगों को सुरक्षित बचा लिया है।
धराली गांव में पानी के साथ आए मलबे ने पूरे गांव को अपनी चपेट में ले लिया था। इस हादसे में न सिर्फ स्थानीय बल्कि कई पर्यटक भी फंस गए हैं। धराली में हुए हादसे में हर्षिल से गंगोत्री तक करीब 500 पर्यटक फंस गए थे। इनमें से 307 को बचा लिया गया है। इनमें 8 राज्यों के लोग शामिल हैं। NDRF ने हेलीकॉप्टर के जरिए इन पर्यटकों का रेस्क्यू किया।
274 लोगों को हर्षिल पहुंचाया गया
255 लोगों को मातली हेलीपैड पर लाया गया और 112 लोगों को देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचाया गया। अब तक कुल 274 लोग हर्षिल लाए जा चुके हैं। भेरों घाटी, गंगोत्री और नेलांग जैसे दुर्गम इलाके से लोगों को सुरक्षित निकाला गया। उत्तरकाशी आपदा में फंसे लोगों को बचाने लिए राहत और बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं। 8 छोटे हेलीकॉप्टरों ने अब तक 52 फेरे लगाकर 260 लोगों को सुरक्षित निकाला, जबकि 154 लोगों को राहत कैंप तक पहुंचाया। हेलीकॉप्टरों के जरिए राहत सामग्री पहुंचाई जा रही हैं। इसके साथ ही जेसीबी, क्रेन और जनरेटर मौके पर पहुंचा दिए गए हैं। प्रभावित क्षेत्र में इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए टावर लगाए जा रहे हैं। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना, आईटीबीपी 24 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी है। एक तरफ अस्थाई पुल तैयार हो रहे हैं तो दूसरी ओर मलबा हटाने का काम शुरू हो गया है। स्निफर डॉग मलबे में दबी जिंदगियों की तलाश में जुट गए हैं।
सीएम धामी ने दिया अपडेट
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए धराली हादसे पर अपडेट देते हुए लिखा, “उत्तरकाशी में आज सुबह धराली में चल रहे राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। हेली सेवा, MI 17 और चिनूक हेलीकॉप्टरों की मदद से सुबह से ही युद्धस्तर पर रेस्क्यू अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित वापस लाया जा रहा है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में केंद्र सरकार से पूर्ण सहयोग मिल रहा है। इस दौरान अधिकारियों से सड़क, संचार और बिजली की बहाली के साथ-साथ खाद्यान्न आपूर्ति पर उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। हम जल्द से जल्द सभी प्रभावितों को सुरक्षित निकालने और सामान्य जनजीवन को बहाल करने की कोशिश कर रहे हैं।