गोवा नाइट क्लब हादसे में तीन बड़े अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने यह कदम उठाया है। सस्पेंड किए गए अधिकारियों में पंचायत निदेशक सिद्धि तुषार हरलंकर, गोवा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की सदस्य सचिव डॉ. शमिला मोंटेइरो, और ग्राम पंचायत अरपोरा-नागोआ के सचिव रघुवीर बागकर शामिल हैं। इन सभी की भूमिका साल 2023 में नाइट क्लब को परमिशन देने और औपचारिकताएं पूरी कराने में थी।
हादसा शनिवार रात को गोवा के अरपोरा गांव स्थित मशहूर पार्टी वेन्यू बिर्च बाय रोमियो लेन में हुआ। प्रारंभिक रिपोर्ट में सिलेंडर ब्लास्ट की आशंका जताई गई थी, लेकिन जांच के बाद पता चला कि आग इलेक्ट्रॉनिक फायर क्रैकर्स के कारण लगी। इस भीषण अग्निकांड में 25 लोगों की मौत हुई, ज्यादातर की मौत दम घुटने के कारण हुई।
मृतकों में विभिन्न राज्यों और पड़ोसी देश नेपाल के लोग शामिल थे। दिल्ली के 4, उत्तराखंड के 5, उत्तर प्रदेश के 2, झारखंड के 3, महाराष्ट्र के 2, असम के 2, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और दार्जिलिंग के 1-1 व्यक्ति शामिल हैं।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा कि गोवा और केंद्र सरकार मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे का ऐलान करेगी और राज्य के सभी अवैध नाइट क्लब के लाइसेंस की जांच की जाएगी।
इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है और नाइट क्लब के मालिकों गौरव लूथरा और सौरव लूथरा के खिलाफ FIR दर्ज की है। गिरफ्तार लोगों में नाइट क्लब का चीफ मैनेजर राजीव मोदक, मैनेजर विवेक सिंह, बार मैनेजर राजवीर सिंघानिया, और गेट मैनेजर प्रियांशु ठाकुर शामिल हैं। मामले की जांच एक मजिस्ट्रेट कर रहे हैं और रिपोर्ट आने के बाद आगे के कदम उठाए जाएंगे।