


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि बहनों के कल्याण और उनके चेहरे पर मुस्कान लाने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि भाईदूज और दीपावली का अवसर बहनों के लिए योजना की राशि में वृद्धि की सौगात के रूप में आएगा। आगे से बहनों को 1500 रुपए प्रतिमाह राशि प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं में हित लाभ भी वितरित किए। साथ ही श्योपुर जिले के पर्यटन पर केन्द्रित कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव श्योपुर में लाड़ली बहना योजना के अंतर्गत एक करोड़ 26 लाख से अधिक लाड़ली बहनों के खातों में लाड़ली बना योजना की 29वीं किस्त की 1541 करोड़ की राशि का अंतरण कर रहे थे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अंतर्राज्यीय परियोजना पार्वती-काली-सिंध चंबल नदी जोड़ो परियोजना का लाभ श्योपुर अंचल के किसान भाइयों को प्राप्त होगा। निकट भविष्य में यह क्षेत्र कृषि उत्पादन में पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों को भी पीछे छोड़ देगा। मध्यप्रदेश सरकार अन्नदाताओं के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। गेहूँ पर 2600 रुपए प्रति क्विंटल और बोनस राशि की व्यवस्था की गई, वहीं भावांतर जैसी योजनाएं किसानों के आर्थिक हित संवर्धन के लिए लागू की गई हैं। श्योपुर जिले के मेला ग्राउंड पर हुए भव्य कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 532 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
श्योपुर के लिए बड़ी सौगात है मेडिकल कॉलेज और ब्रॉड गेज रेल लाइन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा किसान, युवा और गरीब तबके के लोगों का कल्याण प्रदेश सरकार की प्राथमिकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में इन वर्गों के कल्याण को प्राथमिकता दी गई है। श्योपुर अंचल को मेडिकल कॉलेज के रूप में बड़ी सौगात मिली है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि वर्ष 1956 में मध्यप्रदेश का गठन हुआ था। वर्ष 2002 और 03 तक प्रदेश में मात्र 5 मेडिकल कॉलेज थे। वर्तमान में प्रदेश में मेडिकल कॉलेज की संख्या 32 है। यह प्रदेश सरकार की विशिष्ट कार्यशैली का परिणाम है। बीते एक वर्ष में 8 मेडिकल कॉलेज स्थापित हुए हैं। अब श्योपुर में स्थानीय युवक चिकित्सा शिक्षा पढ़ेंगे और एक नई दुनिया का प्रारंभ करेंगे। शीघ्र ही नर्सिग और पैरामेडिकल कॉलेज भी बनाए जाएंगे। श्योपुर अंचल में रोजगार बढ़ाने वाले सभी कार्य किये जायेंगे। ब्रॉड गेज रेल लाइन की सौगात से भी इस क्षेत्र के विकास के द्वार खुलेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अफ्रीका से चीते लाकर श्योपुर के कूनो अभयारण्य में बसाने की पहल की। यहां 60-70 साल पहले चीते लुप्त हो गए थे। चीतों को बसाने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। चीतों की पुनर्स्थापना का कार्य श्योपुर में पर्यटन के माध्यम से रोजगार से स्थानीय निवासियों के जीवन में आर्थिक समृद्धि लाने का आधार बना है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा प्रदेश भर में पर्यटन के माध्यम से युवाओं को रोजगार से जोड़ने का अभियान सफल हो रहा है। हाल ही में भोपाल में सम्पन्न ट्रैवल मार्ट के माध्यम से भी महत्वपूर्ण निवेश प्रस्ताव मिले हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि पार्वती- काली सिंध चंबल अंतर्राज्यीय नदी जोड़ो परियोजना से श्योपुर और निकटवर्ती जिलों सहित प्रदेश का बड़ा क्षेत्र लाभान्वित होगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अन्नदाताओं से आग्रह किया कि वे अपनी जमीन किसी भी स्थिति में न बेचें। आने वाले समय में यह भूमि कई गुना कीमत की हो जाएगी। अब किसानों की समृद्धि का नया समय आ रहा है।
लघु और मध्यम उद्योगों का प्रारंभ होना भी एक महत्वपूर्ण कदम
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि एमएसएमई सेक्टर में भी कार्य हो रहा है। श्योपुर क्षेत्र में दाल मिल, चावल मिल के प्रारंभ करने की पहल की गई है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्योपुर नगर के सौंदर्यीकरण और ट्रांसपोर्ट नगर बनाने से संबंधित अनेक कार्यों के लिए स्वीकृति दी। उन्होंने स्थानीय नागरिकों से आग्रह किया कि विकास के प्रयासों में भी कदम से कदम मिलाकर चलें।
मुख्यमंत्री ने श्योपुर को दी सौंगातें
श्योपुर में ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण, ढोढर में सांदीपनि विद्यालय का निर्माण, सलापुरा से मातासूला तक रोड का निर्माण कराया जायेगा, ढोढर के हायर सेकेण्डरी विद्यालय में गणित और विज्ञान की कक्षाएं शुरू करवाई जायेंगी और सीप एवं कदवाल नदी के घाटो का सौन्दर्यीकरण किया जायेगा, जिसमें गुप्तेश्वर, सोनेश्वर, पंडित घाट और जाति घाट आदि शामिल हैं।