मध्यप्रदेश में मौसम पूरी तरह शुष्क बना हुआ है और हवाओं का रुख उत्तरी व उत्तर-पूर्वी रहने से न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। अगले दो-तीन दिनों तक मौसम का यही रुख बना रह सकता है। प्रदेश में रात का सबसे कम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस नौगांव में रिकॉर्ड किया गया। राजधानी भोपाल में लगातार दूसरे दिन भी शीतलहर का प्रभाव बना रहा। राज्य के 10 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा।
बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती तूफान दितवाह का केंद्र वर्तमान में पुडुचेरी और तमिलनाडु तट के आसपास है। सोमवार को इसके तट के समानांतर उत्तर दिशा में बढ़ने की संभावना है। वहीं उत्तरी हरियाणा और उसके आसपास ऊपरी हवा का एक पश्चिमी विक्षोभ चक्रवात के रूप में सक्रिय है।
इसके अलावा एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान के पास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। साथ ही ग्वालियर के आसपास कमजोर प्रकृति का एक प्रतिचक्रवात भी सक्रिय है। इन विभिन्न मौसम प्रणालियों के प्रभाव से मध्यप्रदेश में हवा का रुख बार-बार बदल रहा है।
उत्तर एवं उत्तर-पूर्व से आने वाली ठंडी हवाएँ, हालांकि कम गति से चल रही हैं, लेकिन इनके प्रभाव से प्रदेश में सिहरन लगातार बनी हुई है। मौसम का यह ठंडा मिजाज अगले दो-तीन दिनों तक और जारी रहने की संभावना है।