


मध्यप्रदेश में इस समय दो मजबूत मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं, जिससे प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में रुक-रुककर बारिश का सिलसिला जारी है। मानसून द्रोणिका की सक्रियता के चलते कई जिलों में अलग-अलग मात्रा में वर्षा दर्ज की गई। रविवार को सुबह 8:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक उमरिया में 20 मिमी, खजुराहो में 14 मिमी, दतिया में 8 मिमी, सतना में 7 मिमी, नौगांव, पचमढ़ी और रीवा में 5 मिमी, जबकि ग्वालियर और सीधी में 4 मिमी बारिश हुई।
सीधी और सतना में भारी बारिश दर्ज
बीते 24 घंटों के दौरान रविवार सुबह 8:30 बजे तक सीधी में 167.8 मिमी (लगभग 6.5 इंच) और सतना में 91.6 मिमी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी सोमवार और मंगलवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभागों में कहीं-कहीं भारी वर्षा की संभावना है। वहीं भोपाल और इंदौर संभाग के जिलों में हल्की बारिश के आसार हैं।
कम दबाव क्षेत्र और मानसून द्रोणिका का असर
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, वर्तमान में पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश और उससे सटे क्षेत्रों में एक कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है, जो अगले 24 घंटों में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए कमजोर हो सकता है।
मानसून की द्रोणिका बीकानेर, जयपुर, ग्वालियर, प्रयागराज, पूर्वोत्तर मध्य प्रदेश के इस कम दबाव क्षेत्र, पुरुलिया और दीघा होते हुए उत्तर-पूर्वी बंगाल की खाड़ी तक फैली हुई है। इसके अतिरिक्त, उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और पंजाब के आसपास के क्षेत्रों में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है।
बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम बनने के संकेत
पश्चिमी विक्षोभ भी पाकिस्तान और जम्मू-कश्मीर क्षेत्र पर द्रोणिका के रूप में सक्रिय है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, मंगलवार को बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव क्षेत्र बनने के संकेत मिल रहे हैं। मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला के अनुसार, प्रदेश में दक्षिण-पश्चिमी हवाएं सक्रिय हैं, जिनके चलते नमी आ रही है और बादल बने हुए हैं।
अगले दो दिन ऐसा रहेगा मौसम
हवाओं में नमी और बादलों की मौजूदगी के चलते सोमवार और मंगलवार को ग्वालियर, चंबल, सागर, उज्जैन एवं नर्मदापुरम संभाग में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं, भोपाल और इंदौर संभाग में हल्की बौछारें देखने को मिल सकती हैं।