


हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सुप्रीम कोर्ट पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के बयान की आलोचना की है। ओवैसी ने आरोप लगाया कि भाजपा के सदस्य इतने कट्टरपंथी हो चुके हैं कि वे अब न्यायपालिका को धार्मिक युद्ध की धमकी देने लगे हैं। ओवैसी ने कहा, "आप लोग ट्यूबलाइट हैं, इस तरह से अदालत को धमका रहे हैं। क्या आपको पता है कि अनुच्छेद 142 क्या है? इसे बीआर आंबेडकर ने बनाया है।"
निशिकांत दुबे का बयान
झारखंड के गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सुप्रीम कोर्ट और मुख्य न्यायाधीश पर विवादस्पद टिप्पणी की। उन्होंने आरोप लगाया कि सर्वोच्च न्यायालय 'धार्मिक युद्धों को भड़का रहा है'। उन्होंने आगे कहा कि अगर सर्वोच्च न्यायालय को कानून बनाना है तो संसद भवन को बंद कर देना चाहिए।
समलैंगिकता मामले का जिक्र
निशिकांत दुबे ने पिछले अदालती निर्णयों का भी जिक्र किया और कहा कि समलैंगिकता को अपराध माना गया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को खत्म कर दिया। उन्होंने कहा कि यह देश के कानून के खिलाफ है और संसद को इस पर निर्णय लेना चाहिए।
ओवैसी का आरोप
ओवैसी ने आरोप लगाया कि भाजपा के लोग न्यायपालिका को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं और यह बहुत ही खतरनाक है। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग अपनी कट्टरपंथी विचारधारा को देश पर थोपने की कोशिश कर रहे हैं। इस पूरे मामले में यह साफ हो गया है कि भाजपा और विपक्ष के बीच न्यायपालिका के मुद्दे पर मतभेद है। ओवैसी ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वे न्यायपालिका को धमकाने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि भाजपा का कहना है कि न्यायपालिका अपनी सीमाओं से बाहर जा रही है।