


मध्य प्रदेश में गर्मी के प्रकोप के बीच मौसम ने एक बार फिर करवट बदली है। प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर से नमी आने का सिलसिला शुरू हो गया है, जिसके चलते अधिकतर हिस्सों में बादल छाने लगे हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, रविवार को जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ वर्षा होने की संभावना है। इस दौरान तेज रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं।
मौसम प्रणालियों का असर
वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर प्रदेश के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है। इसके अलावा, दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान एवं उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना हुआ है। उत्तर-दक्षिणी द्रोणिका तेलंगाना से मन्नार की खाड़ी तक बनी हुई है, जो रायलसीमा तमिलनाडु से होकर जा रही है। इन मौसम प्रणालियों के असर से प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है।
बारिश के आसार
मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि इन मौसम प्रणालियों के असर से रविवार को नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है। हालांकि ग्वालियर, चंबल, सागर संभाग के जिलों में तपिश बरकरार रह सकती है। एक-दो शहरों में लू का प्रभाव भी रह सकता है।
मौसम का मिजाज
मौसम विशेषज्ञ ने बताया कि इन मौसम प्रणालियों के असर से अरब सागर से हवाओं के साथ नमी आने लगी है। इस वजह से प्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया है। तेज रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और कहीं-कहीं बादल भी छाने लगे हैं। मौसम का यह मिजाज तीन-चार दिन तक बना रह सकता है।
पिछले 24 घंटों की वर्षा
पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक हरदा में 0.8, सिवनी मालवा में 0.2 एवं सोहागपुर में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। भोपाल, देवास, सीहोर, रायसेन में कहीं-कहीं तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ बूंदाबांदी भी हुई। शनिवार को सबसे अधिक 43.8 डिग्री सेल्सियस तापमान खजुराहो में दर्ज किया गया।
आगामी दिनों का पूर्वानुमान
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, आगामी दिनों में भी प्रदेश के कुछ हिस्सों में वर्षा होने की संभावना है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम की जानकारी लेते रहें और आवश्यक सावधानियां बरतें।