


भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. उन्होंने अंतरिक्ष में अब तक की सबसे लंबी स्पेसवॉक करने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. नासा के अनुसार, विलियम्स ने 62 घंटे और 6 मिनट तक अंतरिक्ष में स्पेसवॉक की. इससे वह किसी भी महिला अंतरिक्ष यात्री द्वारा किए गए कुल स्पेसवॉक समय के मामले में शीर्ष पर पहुंच गई हैं. इससे पहले यह रिकॉर्ड पूर्व अंतरिक्ष यात्री पैगी व्हिटसन के नाम था, जिन्होंने 60 घंटे और 21 मिनट तक स्पेसवॉक किया था. विलियम्स का नाम अब नासा की ऑल टाइम लिस्ट में चौथे नंबर पर दर्ज हो चुका है.
8 दिनों का मिशन कैसे इतना बढ़ गया?
दोनों ने खराब हो चुके रेडियो संचार हार्डवेयर को हटाने के साथ-साथ वैज्ञानिक प्रयोगों के लिए जरूरी नमूने भी एकत्र किए. इन नमूनों की स्टडी की जाएगी ताकि यह पता लगाया जा सके कि आईएसएस के बाहरी हिस्से में सूक्ष्मजीवों की मौजूदगी कितनी है.
उनका यह मिशन केवल आठ दिनों के लिए निर्धारित था, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण उन्हें अंतरिक्ष में लंबा समय बिताना पड़ा. स्टारलाइनर में हीलियम रिसाव और थ्रस्टर की खराबी जैसी समस्याएं सामने आईं, जिससे यह यान वापसी के लिए असुरक्षित हो गया. अब नासा की योजना है कि मार्च के अंत तक स्पेसएक्स के यान के जरिए इन दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित पृथ्वी पर वापस लाया जाए.
आपदा को बनाया अवसर
तकनीकी चुनौतियों के बावजूद, विलियम्स और विल्मोर ने अपने वैज्ञानिक काम जारी रखे हैं. नासा और अंतरिक्ष विज्ञान जगत के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि लंबे समय तक स्पेसवॉक करने से न केवल तकनीकी समस्याओं को हल करने में मदद मिलती है, बल्कि यह भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों, खासकर चंद्रमा और मंगल पर जाने वाले मिशनों के लिए भी उपयोगी साबित हो सकता है.