


उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से भयंकर तबाही मची हुई है। 200 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। भारतीय सेना का कहना है कि 9 जवान भी लापता हो गए हैं। बादल फटने के बाद घर, दुकानें, बाजार और सड़कें बह गई हैं। मौसम खराब है, लगातार बारिश हो रही है, ऐसे में रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने में परेशानी आ रही है। धराली और सुखी टॉप क्षेत्र में दो बादल फटे, जिसका असर धराली गांव पर देखने को मिला। इसका वीडियो भी सामने आया है, जिसे देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। उत्तरकाशी में इस घटना के बाद बड़े पैमाने पर तलाशी और राहत-बचाव अभियान चलाया जा रहा है। घटना के बाद से सुबह तक 130 से अधिक लोगों की जान बचाई जा चुकी है। इस बीच, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उत्तरकाशी त्रासदी पर दुख जताया। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
राष्ट्रपति मुर्मु के कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जारी किए एक बयान में कहा, “उत्तरकाशी में बादल फटने की घटना का समाचार अत्यंत दुखद है। पीड़ित परिवारों के प्रति मैं संवेदना व्यक्त करती हूं और राहत तथा बचाव कार्यों में सफलता की कामना करती हूं।”
उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने उत्तरकाशी त्रासदी के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा, “उत्तरकाशी के धराली गांव में बादल फटने की घटना दुखद और हृदय विदारक है। घटना के तुरंत बाद सेवा के जवान, एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ की रेस्क्यू टीम वहां पहुंच गई है और सरकार द्वारा युद्ध स्तर पर बचाव एवं राहत कार्य किया जा रहा है।”
उन्होंने कहा, “80 साल पहले भी वहां इस प्रकार की घटना घटित हुई थी। इस समय पूरी सरकार सजग है और मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में पूरा रेस्क्यू कार्य चल रहा है। सिंचाई और लोक निर्माण विभाग के सभी अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और पूरी घटना पर अपनी पैनी निगाह रखे हुए हैं।”