


कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। जम्मू-कश्मीर में साल 2019 के पुलवामा अटैक के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला हुआ है। आतंकियों ने पर्यटकों पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई, जिसमें 16 लोगों की मौत हो गई। कहा जा रहा है कि मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। मरने वालों में एक यूएई और एक नेपाल का पर्यटक और 2 स्थानीय नागरिक शामिल हैं। बाकी के यूपी, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु और ओडिशा राज्य के हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने हमले की कड़ी निंदा की
इस आतंकी हमले पर कई देशों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने पहलगाम में हुए हमले के पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की और भारत की खूबसूरती की सराहना की। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की और प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात कर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने भारत को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरा समर्थन देने का आश्वासन दिया। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, "राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की।
गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. इरफान अली ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और इसे चरमपंथ के विनाशकारी प्रभाव की दुखद याद दिलाने वाला बताया। उन्होंने हिंसा को समाधान के रूप में खारिज करते हुए शांति और समझ के लिए प्रयास करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों और प्रियजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और इस कठिन समय में उनके साथ खड़े होने का संदेश दिया। राष्ट्रपति अली ने विश्वास जताया कि इस हमले के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।
श्रीलंका ने भी इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। श्रीलंका के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ अपनी दृढ़ एकजुटता व्यक्त की और क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा के प्रति अपनी अटूट प्रतिबद्धता को दोहराया।