


महिला क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ गया है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने सोमवार को घोषणा की कि आगामी आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 की इनामी राशि में चार गुना तक की बढ़ोतरी की गई है। यह टूर्नामेंट भारत और श्रीलंका की मेज़बानी में 30 सितंबर से 2 नवंबर 2025 तक आयोजित किया जाएगा।
विजेता को मिलेगी 39.55 करोड़ की इनामी राशि
इस बार वर्ल्ड कप जीतने वाली महिला टीम को 4.48 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानी लगभग 39.55 करोड़ रुपये की इनामी राशि दी जाएगी। यह रकम 2022 में न्यूजीलैंड में हुए पिछले वर्ल्ड कप (1.32 मिलियन डॉलर यानी 11.65 करोड़ रुपये) से करीब चार गुना ज्यादा है।
2023 पुरुष विश्व कप से भी ज्यादा इनामी राशि
गौर करने वाली बात यह है कि यह इनामी राशि 2023 में पुरुषों के वनडे वर्ल्ड कप (10 मिलियन डॉलर यानी 88.26 करोड़ रुपये) की कुल इनामी राशि से भी अधिक है। महिला टूर्नामेंट की कुल प्राइज मनी इस बार 13.88 मिलियन डॉलर (लगभग 122.5 करोड़ रुपये) रखी गई है, जो पिछले संस्करण से तीन गुना बढ़ी है।
इनामी राशि का पूरा ब्योरा
| स्थान/परिणाम | राशि (USD में) | राशि (INR में) |
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| विजेता टीम | \$4.48 मिलियन | ₹39.55 करोड़ |
| रनर-अप टीम | \$2.24 मिलियन | ₹19.77 करोड़ |
| सेमीफाइनल हारने वाली टीमें | \$1.12 मिलियन प्रति टीम | ₹9.89 करोड़ प्रति टीम |
| ग्रुप स्टेज जीत | \$34,314 प्रति मैच | ₹30.29 लाख प्रति मैच |
| 5वें और 6ठे स्थान की टीमें | \$700,000 प्रति टीम | ₹62 लाख प्रति टीम |
| 7वें और 8वें स्थान की टीमें | \$280,000 प्रति टीम | ₹24.71 लाख प्रति टीम |
| भाग लेने वाली सभी टीमें | \$250,000 प्रति टीम | ₹22 लाख प्रति टीम |
जय शाह का बयान
आईसीसी अध्यक्ष जय शाह ने इस फैसले को महिला क्रिकेट के भविष्य के लिए मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा - इनामी राशि में चार गुना वृद्धि महिला क्रिकेट की लंबी अवधि की वृद्धि के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हमारा संदेश साफ है—महिला क्रिकेटरों को यह भरोसा होना चाहिए कि उन्हें भी पुरुषों के बराबर सम्मान और अवसर मिलेंगे।
पांच शहरों में होंगे मैच
वर्ल्ड कप के मुकाबले गुवाहाटी, इंदौर, नवी मुंबई, विशाखापट्टनम और कोलंबो जैसे शहरों में खेले जाएंगे। इस आयोजन से महिला क्रिकेट की लोकप्रियता को नए स्तर पर ले जाने की उम्मीद है।
आईसीसी का यह कदम सिर्फ एक खेल आयोजन नहीं, बल्कि महिला खिलाड़ियों को सशक्त करने और खेल में समानता लाने की दिशा में बड़ा प्रयास है। उम्मीद है कि इससे आने वाली पीढ़ी की महिला क्रिकेटरों को प्रोत्साहन मिलेगा और खेल का स्तर और लोकप्रियता दोनों बढ़ेगी।