


बढ़ती महंगाई को लेकर लगातार कांग्रेस प्रदर्शन करती चली आ रही है। पहले जले ब्लॉक, फिर ज़िले उसके बाद राज्य स्तर पर प्रदर्शन करने के बाद कांग्रेस कमेटी द्वारा हाल ही में दिल्ली के रामलीला मैदान केंद्र सरकार के विरोध में एक बड़ा प्रदर्शन बढ़ती महंगाई के खिलाफ किया गया। कांग्रेस का कहना है केंद्र सरकार द्वारा किए गए वादे अब तक अधूरे हैं। वहीं दूसरी तरफ भाजपा महंगाई के मुद्दे पर कांग्रेस पर चर्चा करने की बात कह रही है। कुल मिलाकर महंगाई के मुद्दे को लेकर पार्टियों के बीच सियासत जारी है।
विधानसभा में बहस करनी चाहिए
कांग्रेस द्वारा दिल्ली में महंगाई के विरोध में किए गए प्रदर्शन को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा, महंगाई बेरोजगारी के लिए विधानसभा में बहस करनी चाहिए। आखिरकार इसके दोषी कौन है इस पर बात होनी चाहिए। कांग्रेस शासनकाल में आखिरकार क्या हालत हुई इसके बारे में बात करनी चाहिए। डॉ रमन सिंह ने कहा कि आखिरकार कांग्रेस विपक्ष में है तो क्या ही करेगी राजनीति में तो इतना करना वाजिब है।
आंदोलन सफल रहा
बढ़ती महंगाई के खिलाफ किए जा रहे प्रदर्शन को लेकर जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, आंदोलन सफल रहा लाखों लोग दिल्ली में देश भर से प्रदर्शन के लिए पहुचे हुए थे। आज प्रदेश में महंगाई से आम जनता परेशान है। घर की अर्थव्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है। पूरे देश की जनता पर महंगाई की दोहरी मार पड़ी है किसानों की आय दुगनी करने की बात कही गई थी। लेकिन यहां तो उपज का मूल्य ही नही मिल रहा है। कहा 2 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देने की बात कही थी 8 साल में 16 करोड़ लोगों को रोजगार मिलता।
लोगो का रोजगार छिन गया उद्द्योग व्यापार ठप पड़े है ऐसी स्थिति में लगाताड़ पेट्रोल डीजल के दाम में वृद्धि हुई है। साथ ही डॉ रमन सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए कहा चर्चा से भारतीय जनता पार्टी भागति है। पूरे देश का मुद्दा था महंगाई लेकिंग लोकसभा में केवल 5 मिनट का समय दिया गया, जब यह पूरे देश की समस्या है चर्चा करनी चाहिए।
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कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद प्रदेश में सियासत व्याप्त है
कुल मिलाकर महंगाई के विरोध में कांग्रेस के प्रदर्शन के बाद प्रदेश में सियासत व्याप्त है। कांग्रेस भाजपा और भाजपा कांग्रेस को इसका जिम्मेदार ठहरा रही है। पर निश्चित तौर पर दोनों ही पार्टियां एक दूसरे के सत्ता में आने से पहले किए गए वादों को भी याद दिला रही है। पार्टियों के बीच महंगाई के मुद्दे को लेकर सियासत जारी है। पर इसका खामियाजा केवल और केवल आम जनता भुगत रही है। देखने वाली बात होगी कि आखिरकार महंगाई के खिलाफ कांग्रेस का ये प्रदर्शन कितना कारगर साबित हो पाता है।