


एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए द्वारा एयर इंडिया को 23 जुलाई को 29 मामलों में नियमों के उल्लंघन करने पर दिए गए चार नोटिसों में से एक नोटिस फ्लाइटों में तय नियमों को दरकिनार करते हुए क्रू मेंबर में कटौती करना भी है, जिसमें एयर इंडिया ने अल्ट्रा लॉन्ग रेंज (ULR) कैटेगरी में आने वाली शिकागो-दिल्ली, टोरंटो-दिल्ली और मुंबई-नेवार्क जैसे चार इंटरनेशनल रूटों पर फ्लाइटों में तय मानकों के हिसाब से एयर होस्टेस और अन्य क्रू मेंबर्स के स्टाफ को कम लगाया। इनमें 27 अप्रैल को शिकागो से दिल्ली वाली फ्लाइट में 15 केबिन क्रू मेंबर की जगह एयर इंडिया ने 12 क्रू को ही लगाया था।
अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार चल रही जांच
मामले में संसद के मॉनसून सत्र के पहले दिन 21 जुलाई को ही राज्यसभा में नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू कह चुके हैं कि दुर्घटना की जांच कर रही एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) पूरी तरह निष्पक्ष एजेंसी है। जांच प्रक्रिया अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुसार चल रही है। जांच के बाद ही यह पता लग सकेगा कि असल में हुआ क्या और कैसे हुआ था। क्रैश मामले में पायलटों की संभावित भूमिका की अटकलों पर नायडू ने कहा कि एएआईबी की शुरुआती रिपोर्ट में जो कहा गया है वह कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर के तथ्यों के आधार पर है।