


बीजेपी का अगला राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा? एक्सटेंशन पर चल रहे जे पी नड्डा के उत्तराधिकारी की तलाश अब पूरी हो चुकी है। बीजेपी ने ऐसे नेता की तलाश पूरी कर ली है, जो संघ, संगठन और मोदी शाह के समीकरणों में फिट हो रहे हैं। इनमें सबसे ऊपर नाम भूपेंद्र यादव का है, जो कांग्रेस की ओबीसी राजनीति के सामने बीजेपी का राष्ट्रीय चेहरा बन सकते हैं। भूपेंद्र यादव वर्तमान में केंद्रीय मंत्री हैं। वह राजस्थान के अलवर से लोकसभा के सदस्य हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हिंदू नववर्ष की शुरुआत पर जब नागपुर पहुंचे थे तो राजनीतिक हलकों में उनकी यात्रा को बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम पर सहमति बनाने से जोड़ा गया था।
सबसे आगे की होने की वजह
पॉलिटिकल एनालिस्ट का कहना है कि भूपेंद्र यादव कई खूबियां लिए हुए हैं। वे ओबीसी चेहरा हैं। कांग्रेस और खासकर राहुल गांधी जिस तरह से जाति वाली राजनीति कर रहे हैं भूपेंद्र यादव उसका सटीक जवाब हो सकते हैं। उनके यादव होने का पार्टी को बिहार के साथ उत्तर प्रदेश में भी लाभ मिल सकता है। इतना ही नहीं चुनाव रणनीतिकार के तौर पर शानदार छवि रही है। बिहार प्रभारी के तौर पर 40 से 39 सीट बिहार में दिलवा चुके हैं। महाराष्ट्र में महायुति की प्रचंड जीत का श्रेय केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के चुनाव प्रबंधन और दिया गया है। यह कहा गया कि भूपेंद्र यादव ने बतौर प्रभारी उसे बखूबी जमीन पर उतारा।
जीता है नेतृत्व का भरोसा
राष्ट्रीय अध्यक्ष की दौड़ में भूपेंद्र यादव के अलावा धर्मेंद्र प्रधान का नाम भी काफी प्रमुख है लेकिन यादव प्रधान से कुछ मामलों में आगे हैं। गुजरात और महाराष्ट्र की राजनीति पर नजर रखने वाले एक राजनीतिक विश्लेषक का कहना है कि भूपेंद्र यादव वर्तमान में यूं ही मोदी सरकार में मंत्री नहीं हैं। उन्होंने अपने काम से केंद्रीय नेतृत्व का भरोसा जीता है। यही वजह है कि भूपेंद्र यादव 2021 से गुजरात के प्रभारी हैं। गुजरात जो पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का गृह राज्य होने के साथ बीजेपी की प्रयोगशाला है।