


जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले ने दुनियाभर में गुस्से और दुख का माहौल बना दिया है। इस हमले में 26 लोग मारे गए और 17 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। हमले का शिकार ज्यादातर पर्यटक थे, जिनमें एक नागरिक यूएई और एक नागरिक नेपाल का भी शामिल था। यह हमला 2019 में पुलवामा में हुए हमले के बाद घाटी का सबसे घातक हमला माना जा रहा है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री केअर स्टॉर्मर ने कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की निंदा की है। । स्टॉर्मर ने ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘कश्मीर में हुआ भयानक आतंकवादी हमला बेहद विनाशकारी है। मेरी संवेदनाएं प्रभावित लोगों, उनके प्रियजनों और भारत के लोगों के साथ हैं।'' आतंकवादियों ने मंगलवार को दक्षिण कश्मीर के प्रमुख पर्यटन स्थल पहलगाम में हमला किया जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हमले के बाद सऊदी अरब की अपनी यात्रा बीच में ही समाप्त कर बुधवार को भारत लौट आए। विदेश मंत्री डेविड लैमी ने भी इस हमले को ‘‘कायरतापूर्ण'' कृत्य बताया है। लैमी ने कहा, ‘‘मैं कश्मीर में हुए भयानक और कायरतापूर्ण आतंकवादी हमले से स्तब्ध हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जो इस हमले में प्रभावित हुए हैं, खासकर उन लोगों के साथ जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।'' राष्ट्रमंडल राष्ट्रों की महासचिव शर्ली अयोर्कर बोचवे ने एक बयान जारी कर कहा कि संगठन ‘‘इस समय भारत के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है''। उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रमंडल एक स्वर में कहता है कि आतंकवादी शांति, समावेशिता, सहिष्णुता, सम्मान और समझ के हमारे मूल्यों को कमजोर करने के अपने विभाजनकारी मिशन में सफल नहीं होंगे।''