


भारत दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ रही इकॉनमी है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का कहना है कि इस साल भारत की इकॉनमी 6.2 फीसदी की रफ्तार से बढ़ेगी। अगर यह अनुमान सही निकला तो भारत जल्दी ही दुनिया की तीसरी इकॉनमी बन सकता है। अभी अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद भारत दुनिया की पांचवीं बड़ी इकॉनमी है। लेकिन जर्मनी की इकॉनमी की रफ्तार इस साल जीरो रहने का अनुमान है जबकि जापान की इकॉनमी 0.6 फीसदी की मामूली रफ्तार से बढ़ेगी। अभी भारत और इन दोनों देशों की इकॉनमी में ज्यादा अंतर नहीं है। यानी भारत जल्दी ही इन दोनों देशों को पछाड़कर दुनिया की तीसरी बड़ी इकॉनमी हो सकती है।
नीति आयोग ने हाल ही में कहा था कि भारत अगले तीन साल में जापान और जर्मनी को पछाड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन सकता है। जापान और जर्मनी की इकॉनमी अभी संघर्ष कर रही हैं। बैंक ऑफ जापान ने चेतावनी दी है कि अमेरिका में टैरिफ पर अनिश्चितता से देश की इकॉनमी बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। जापान की जीडीपी में एक्सपोर्ट का बहुत बड़ा योगदान है। अमेरिका को एक्सपोर्ट होने वाली अधिकांश गाड़ियां जापान में ही बनती हैं। इसी तरह जर्मनी की इकॉनमी भी संघर्ष कर रही है। एक सर्वे के मुताबिक यूरोप की सबसे बड़ी इकॉनमी में 35% कंपनियों ने इस साल छंटनी को योजना बनाई है। जर्मनी की इकॉनमी काफी हद तक एक्सपोर्ट पर निर्भर है लेकिन अब वहां की सरकार देश में खपत बढ़ाने पर जोर दे रही है। देश में 2023 से ही घरेलू खपत ठहरी हुई है।