


बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने है। विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से एक्टिव हो गई है। कांग्रेस ने हाल ही में अपने प्रदेश अध्यक्ष को भी बदल दिया है। बिहार में अखिलेश प्रसाद सिंह की जगह राजेश कुमार को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। इसके अलावा विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कन्हैया कुमार पर भी दांव खेला है। दिल्ली, महाराष्ट्र और हरियाणा के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था। अब बिहार विधानसभा चुनाव पार्टी के लिए अहम है।
कांग्रेस का ‘कन्हैया’ दांव
लोकसभा चुनाव 2024 में कन्हैया कुमार ने दिल्ली की उत्तरी-पूर्वी सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि इस चुनाव में कन्हैया कुमार को हार का सामना करना पड़ा। अब कांग्रेस ने बिहार में कन्हैया कुमार को उतारा है। कन्हैया कुमार इस समय ‘नौकरी दो पलायन रोको’ यात्रा निकाल रहे है। यह यात्रा 24 दिनों की होगी और इस यात्रा में राहुल गांधी के आने की भी खबर है।
एक ही मुद्दे पर कांग्रेस और राजद अलग-अलग
कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार इस समय प्रदेश में ‘नौकरी दो पलायन रोको’ यात्रा निकाल रहे है। वहीं बिहार में नेता प्रतिपक्ष और राजद नेता तेजस्वी यादव के एजेंडे में भी नौकरी और पलायन का मुद्दा अहम है। राजद नेता ने कई बार नौकरी और पलायन को लेकर सवाल उठाया है।
क्या ‘कन्हैया’ के आने से असहज है तेजस्वी
बिहार में चुनावी साल में कन्हैया कुमार की एंट्री से सबसे ज्यादा राजद और तेजस्वी यादव को असहज कर दिया है। हालांकि अभी तक राजद नेता की असहजता स्पष्ट नहीं हुई है लेकिन कन्हैया की बिहार में एंट्री से समीकरण जरूर बदल सकते है। क्योंकि तेजस्वी यादव और कन्हैया कुमार दोनों युवा है। कन्हैया एक अच्छे वक्ता है और युवाओं में उनकी एक अलग ही पहचान है।
कांग्रेस हुई एक्टिव
बिहार में चुनावी साल में कांग्रेस एक्टिव हो गई है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इस साल की शुरुआत में दो बार पटना आ चुके हैं। वहीं कांग्रेस ने 14 फरवरी को बिहार में अपना प्रभारी भी बदल दिया। कांग्रेस ने कृष्णा अल्लावरू को प्रभारी बनाया है। प्रदेश प्रभारी बनने के बाद कृष्णा अल्लावरू भी एक्टिव हो गए है।