


हमारे आस-पास कुछ ऐसे प्राकृतिक उपाय भी होते हैं जो चुपचाप अपना असर दिखाते हैं। उन्हीं में से एक है जामुन की गुठली। जामुन का स्वाद तो आपने खूब चखा होगा लेकिन क्या कभी इसकी गुठली को ध्यान से देखा है? आयुर्वेद के अनुसार, ये छोटी-सी गुठली बड़ी-बड़ी बीमारियों में काम आ सकती है। डायबिटीज से लेकर पेट की गड़बड़ी, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और यहां तक कि त्वचा की समस्याओं में भी यह बेहद फायदेमंद मानी जाती है। अगर आप भी किसी बीमारी से जूझ रहे हैं या दवाओं से थक चुके हैं, तो एक बार इस लेख को ज़रूर पढ़ें। शायद जामुन की ये गुठली आपके लिए किसी वरदान से कम न हो!
डायबिटीज में लाभदायक
जामुन की गुठली का चूर्ण रक्त शर्करा को नियंत्रण में रखने में मदद करता है। इसमें जैम्बोलिन और जैम्बोसिन नामक तत्व होते हैं, जो इंसुलिन की कार्यक्षमता को बेहतर बनाते हैं। यह पैंक्रियास को स्वस्थ रखता है और ब्लड शुगर को स्थिर करता है।
पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए
अम्लपित्त, गैस, कब्ज या डायरिया जैसी पाचन समस्याओं में जामुन की गुठली लाभदायक है। यह पाचन शक्ति बढ़ाति है और पेट में संक्रमणों को ठीक करने में मदद करती है।
मोटापे में मददगार
गुठली का सेवन मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त करता है, जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिलती है। यह शरीर में अतिरिक्त फैट जमा होने से रोकथाम करता है।
पेशाब सम्बंधित समस्याओं में उपयोगी
बार‑बार पेशाब आना, पेशाब में जलन या मूत्र संक्रमण (UTI) में इस का काढ़ा उपयोगी होता है। यह मूत्र प्रणाली को साफ करता है और संक्रमण कम करता है।