


मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मानसून के मौसम में जनता को सतर्क रहने के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि बारिश के दौरान बाढ़ वाले रपटे, पुल, और पुलिया पर पानी होने पर कभी भी रास्ता पार न करें क्योंकि इससे जानमाल का भारी नुकसान हो सकता है। उन्होंने प्रशासन को भी सतर्क रहने और समय-समय पर जनता को जागरूक करने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने रविवार को मीडिया को जारी संदेश में कहा है कि वे प्रदेश के सभी कलेक्टर्स एवं अन्य संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी करा रहे हैं कि किसी भी जिले में वर्षा के चलते नागरिकों को परेशानी न आने पाए। ऐसे नाले, रपटे, छोटे-बड़े पुल-पुलिया जहां बारिश का जल तेजी से बढ़ता है और दुर्घटना की आशंका रहती है, वहां पर भी सुरक्षा की अतिरिक्त सावधानियां बरती जाएं। वर्षा के चलते किसी भी प्रकार के जान-माल की नुकसानी न होने पाए, हम सबका यही प्रयास होना चाहिए। उन्होंने आम नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने आवागमन के समय, जहां कहीं भी बारिश का पानी बढ़ रहा है या बाढ़ का पानी आ रहा है, अगर पानी तेजी से बढ़ता दिख रहा है, तो वहां आने-जाने से बचें, क्योंकि यह बेहद जोखिमभरा हो सकता है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्कूल-कॉलेज-कोचिंग जाने वाले विद्यार्थियों से भी अनुरोध किया है कि वे भी स्कूल-कॉलेज-कोचिंग जाते समय बेहद सावधानी बरतें। यदि कहीं भी पानी का भराव या पुल-पुलिया के पार पानी आता दिखाई दे तो वहां से आवागमन न करें। उन्होंने कहा कि यद्यपि जिला प्रशासन एवं राज्य शासन द्वारा बारिश के मद्देनजर सभी इंतजाम किए गए हैं, तथापि आवश्यकता पड़ने पर और अधिक इंतजाम भी किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश को शुरूआत में ही तर-बतर कर देने वाले मानसून के मंगल प्रवेश पर प्रदेश के नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएं भी दी हैं। उन्होंने कहा कि मानसून हमारी अर्थव्यवस्था का आधार है। इसकी आमद खुशी देती है।