


करोब बाग दिल्ली में स्थित हनुमान मंदिर देश के सबसे मशहूर हनुमान मंदिरों में से एक है। करोल बाग हनुमान मंदिर, दिल्ली का एक प्रसिद्ध मंदिर है, जिसमें हनुमान जी की मूर्ति की ऊंचाईं 108 फीट है। ये मंदिर हनुमान जी को समर्पित है। इस मंदिर को संकट मोचन धाम व झंडेवालान मंदिर के नाम से जाना जाता है। इसका विशाल प्रांगण और आध्यात्मिक माहौल यहां के भक्तों को प्रभावित करता है। कहा जाता है कि, इस जगह पर कभी एक छोटी हनुमान मूर्ति हुआ करती थी। एक बार स्वर्गीय नाग बाबा सेवागीर जी महाराज वहां तपस्या कर रहे थे, तभी भगवान हनुमान जी उनके सामने प्रकट हुए। हनुमान जी ने सपने में आकर उनसे अपनी एक बड़ी मूर्ति वहां स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की। इस सपने को देखने के बाद, उन्होंने इस जगह पर हनुमान मंदिर का निर्माण करने का निर्णय लिया। यह मंदिर वर्ष 1994 में बनना शुरु हुआ और लगभग 13 साल में बनकर तैयार हुआ।
मंगलवार और शनिवार को होती है भीड़
इस मंदिर में मंगलवार और शनिवार को भक्तों की सबसे ज्यादा भीड़ होती है। हनुमान जयंती के दिन हनुमान मंदिर दिल्ली का सबसे व्यस्त मंदिर होता है। इसके साथ ही अन्य त्यौहार जैसे रामनवमी, शिवरात्रि, जन्माष्टमी को भी इस मंदिर में बड़े उल्लास के साथ मनाया जाता है। मंगलवार और शनिवार को यहां भव्य आरती होती है। आरती के बीच में, हनुमान जी की भुजाएं, जो उनकी छाती पर आड़ी आड़ी होती हैं, पीछे की ओर जाने लगती हैं। शाम की आरती के दौरान, बड़ी संख्या में भक्त हनुमान जी के इस सुंदर द्दश्य को देखने के लिए इकठ्ठा होते है।
जल रही है ज्वाला जी से लाई गई अखंड ज्योत
इस मंदिर में जल रही अखंड ज्योत के बारे में कहा जाता है कि 30 सितंबर 2006 को ब्रह्मलीन नाग बाबा हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के ज्वाला जी मंदिर से पवित्र अखंड ज्योति को इस मंदिर में लेकर आए थे। इसके बाद से अभी तक ये ज्योति लगातार मंदिर में जल रही है। यहां पर हर साल 25 जनवरी के दिन मंदिर में भंडारा होता है।