शास्त्रों में इन पौधों को दिया गया है बड़ा महत्व, इनकी पूजा से दूर होती है दुख और दरिद्रता
ज्योतिष में माना जाता है कि कुछ पवित्र वृक्षों की उपासना लाभकारी होती है। हिंदू परंपरा में पेड़-पौधों को बड़ा महत्व दिया जाता है। यह हमारे स्वास्थ के साथ-साथ हमारे भाग्यवृद्धि में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
Img Banner
profile
Sanjay Purohit
Created AT: 17 hours ago
81
0
...

आमतौर पर पेड़-पौधे को केवल प्रकृति का हिस्सा माना जाता है, लेकिन भारतीय परंपरा में इन्हें केवन प्रकृति की शोभा नहीं बल्कि दिव्य और आध्यात्मिक ऊर्जा का स्रोत समझा गया है। कई धर्मग्रंथों में ऐसे पौधों के बारे में बताया गया है, जिनकी श्रद्धा पूर्वक पूजा करने से ग्रह दोष शांत होते हैं और जीवन की विपत्तियां भी कम हो जाती हैं। माना जाता है कि इन पवित्र वृक्षों की उपासना भाग्य को अनुकूल बनाती है। हिंदू परंपरा में पेड़-पौधों को बड़ा महत्व दिया जाता है। यह हमारे स्वास्थ के साथ-साथ हमारे भाग्यवृद्धि में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

तुलसी

तुलसी को माता लक्ष्मी का साकार रूप माना गया है। गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जिस घर में प्रतिदिन तुलसी की पूजा होती है, वहां दरिद्रता प्रवेश नहीं कर पाती। शास्त्रों का कहना है कि तुलसी सकारात्मक ऊर्जा बढ़ाती है और उसकी परिक्रमा से आर्थिक अड़चनें दूर होती हैं।

पीपल

पीपल के वृक्ष में ब्रह्मा, विष्णु और महेश का निवास माना जाता है। भगवद्गीता के दसवें अध्याय में भगवान कृष्ण स्वयं कहते हैं कि “वृक्षों में मैं पीपल हूं।” पीपल की पूजा से पितृदोष और शनि संबंधी कष्ट कम होते हैं तथा दुख, बीमारी और मानसिक अशांति दूर होती है।

बेल

बेल का वृक्ष भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है। स्कंद पुराण में बताया गया है कि शिवलिंग पर बेलपत्र चढ़ाने से सभी पाप नष्ट होते हैं और आर्थिक संकट दूर होता है। इसकी तीन पत्तियां त्रिदेव के प्रतीक मानी जाती हैं।

आंवला

हिंदू परंपरा में आंवले के वृक्ष की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। पद्म पुराण में इसका पूजन हजार गौदान के समान पुण्यदायक माना गया है। आंवले के पेड़ के नीचे दीपक जलाना सौभाग्य बढ़ाने वाला माना जाता है।

केला

केले के वृक्ष में भगवान विष्णु का वास माना जाता है और इसे गुरु का प्रतीक भी कहा गया है। विवाह, यज्ञ और शुभ अवसरों पर केले के पत्ते-तने का प्रयोग शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि जिस घर में केले के पौधे की पूजा और देखभाल होती है, वहां कलह, गरीबी और आर्थिक परेशानियां दूर रहती हैं।

ये भी पढ़ें
सीएम की घोषणा,कटंगी और पौड़ी बनेगी तहसील,लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में शामिल हुए सीएम
...

Spiritual

See all →
Sanjay Purohit
शास्त्रों में इन पौधों को दिया गया है बड़ा महत्व, इनकी पूजा से दूर होती है दुख और दरिद्रता
ज्योतिष में माना जाता है कि कुछ पवित्र वृक्षों की उपासना लाभकारी होती है। हिंदू परंपरा में पेड़-पौधों को बड़ा महत्व दिया जाता है। यह हमारे स्वास्थ के साथ-साथ हमारे भाग्यवृद्धि में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
81 views • 17 hours ago
Sanjay Purohit
पौष अमावस्या 2025: इस दिन है मिनी पितृ पक्ष की अमावस्या
पौष अमावस्या पितरों के प्रति श्रद्धा व्यक्त करने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. इस दिन किए गए पुण्य कर्म न सिर्फ पूर्वजों को शांति प्रदान करते हैं, बल्कि आने वाले समय में जीवन को सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा से भर देते हैं.
34 views • 2025-12-14
Sanjay Purohit
16 दिसंबर से लग रहा खरमास, भूलकर भी न करें ये काम
खरमास की शुरुआत इस बार 16 दिसंबर 2025, मंगलवार से हो रही है. इसके बाद 15 जनवरी को जब भगवान सूर्य मकर राशि में प्रवेश करेंगे तो खरमास समाप्त हो जाएगा. ज्योतिषियों के अनुसार, इस समय कुछ कार्यों को करने में सावधानी अवश्य बरतनी चाहिए.
136 views • 2025-12-11
Sanjay Purohit
प्रेमानंद महाराज से मिले जुबिन नौटियाल
अपनी सुरीली आवाज से लाखों लोगों के दिलों में जगह बनाने वाले लोकप्रिय गायक जुबिन नौटियाल हाल ही में धार्मिक नगरी वृंदावन पहुंचे। यहां उन्होंने कुंज आश्रम जाकर संत प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की और आशीर्वाद प्राप्त किया।
117 views • 2025-12-11
Sanjay Purohit
क्या दान न देने पर श्राप लगता है? क्या कहा प्रेमानंद महाराज ने ?
हिंदू धर्म में दान-पुण्य करने की पंरपरा सदियों से चली आ रही है. लोग अपनी क्षमता के अनुसार, जरूरतमंदों को और अन्य धार्मिक जगहों पर दान दिया करते हैं. मान्यता है कि दान-पुण्य करने से भगवान की कृपा प्राप्त होती है. जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं. हालांकि, कई बार जब लोग दान नहीं देते हैं, तो मन में ये सवाल आता है कि क्या अगर दान न दें तो पाप के भागी बन जाएंगे.
71 views • 2025-12-09
Sanjay Purohit
आंखों में छिपा है जीवन का रहस्य, ग्रहों के माध्यम से जानें नेत्र से व्यक्तित्व
ज्योतिष को वेदों का नेत्र कहा गया है, जो व्यक्ति के भविष्य को जानने में सहायक है। नेत्रों के आकार, रंग और भावों से चरित्र, स्वभाव और अंतर्निहित शक्तियों का पता चलता है। विभिन्न ग्रहों का प्रभाव भी नेत्रों के स्वरूप और व्यक्ति के व्यक्तित्व पर पड़ता है।
61 views • 2025-12-08
Sanjay Purohit
माघ मेला 2026: क्या है दंडी बाड़ा? कैसी है दंडी संन्यासियों की दुनिया
माघ मेला में दंडी बाड़ा का बड़ा महत्व माना जाता है। इस बार प्रयागराज के माघ मेला में दंडी संत-संन्यासियों से फिर मिलने का भक्तों को अवसर मिल सकता है। दंडी संन्यासी बनने के लिए कठोर नियमों का पालन करना पड़ता है।
194 views • 2025-12-06
Sanjay Purohit
सुख-समृद्धि के लिए किचन से जुड़े इन वास्तु नियमों का रखें ध्यान, बनी रहेगी मां अन्नपूर्णा की कृपा
रसोई में मां अन्नपूर्णा की तस्वीर लगाना एक धार्मिक परंपरा है जो भोजन के प्रति कृतज्ञता को दर्शाती है। ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि और स्वास्थ्य लाभ आता है। यही वजह है कि रसोई से जुड़े कुछ नियमों का सभी को जरूर ध्यान रखना चाहिए।
75 views • 2025-12-05
Sanjay Purohit
विवाह में दुल्हन को क्यों पहनाया जाता है लाल जोड़ा?
हिंदू धर्म में 16 संस्कारों के बारे में बताया गया है. इन्हीं संस्कारों में एक संस्कार है विवाह. विवाह के बाद गृहस्थ जीवन की शुरुआत हो जाती है. हिंदू विवाह में कई परंपराएं रस्में की जाती हैं, जो बहुत ही विशेष और महत्वपूर्ण होती हैं.
468 views • 2025-12-03
Richa Gupta
भगवद गीता का पूरा लाभ पाने के लिए इन महत्वपूर्ण नियमों का पालन करें
गीता जयंती 2025 पर भगवद गीता का पाठ करते समय इन जरूरी नियमों का पालन करें और जीवन में इसके उपदेशों से पूर्ण लाभ प्राप्त करें।
189 views • 2025-11-29
...