


न्यूयॉर्क, जम्मू-कश्मीर पर भारत की दो टूक के बाद पाकिस्तान खिसियानी बिल्ली की तरह खंबे नोच रहा है। पाकिस्तान की शहबाजशरीफ सरकार ने एक बार फिर से जम्मू और कश्मीर को विवादित क्षेत्र बताने का पुराना और घिसा-पिटा राग अलापा है। संयुक्त राष्ट्र् में पाकिस्तानी मिशन के काउंसरल गुल कैसर सरवानी ने कहा कि 'संयुक्त राष्ट्र के हर आधिकारिक मानचित्र में जम्मू-कश्मीर को विवादित क्षेत्र के रूप में दर्शाया गया है।' उनकी टिप्पणी भारतीय भारतीय राजदूत पर्वतनेनी हरीश के इसी मंच पर दिए बयान के बाद आई।
भारतीय राजदूत हरीश ने शांति अभियानों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की उच्च स्तरीय बहस के दौरान कहा कि 'कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य रहा है, है और हमेशा रहेगा।' भारतीय दूत ने यह बयान पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के विशेष सहायक सैयद तारिक फातमी के भाषण पर प्रतिक्रिया के दौरान दिया। तारिक ने 15 सदस्यीय परिषद से अपने स्वयं के प्रस्तावों को लागू करने का आग्रह किया था, जिसमें जम्मू-कश्मीर के भविष्य को निर्धारित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की निगरानी में जनमत संग्रह की मांग की गई थी।