चीन के बाद अमेरिका भी आर्मी रोबोट बनाने की ओर चल पड़ा है। आधुनिक युद्ध को बदलते हुए देखा जा रहा है, जब भविष्य में इंसानी सैनिकों की जगह रोबोट्स ले लेंगे। सैन फ्रांसिस्को की एक रोबोट कंपनी फाउंडेशन बड़ी तेजी से आर्मी रोबोट बनाने की दिशा में आगे बढ़ रही है। कंपनी का प्लान है कि 2027 तक 50 हजार ह्यूमनॉइड रोबोट बना लिए जाएंगे। इन रोबोट का नाम 'फैंटम एमके-1' है। ये रोबोट फैक्ट्री के काम के साथ-साथ युद्ध के मैदान में भी इस्तेमाल होंगे। फैंटम एमके-1 रोबोट की ऊंचाई करीब 5 फुट 9 इंच है और वजन 175 से 180 पाउंड के आसपास है। ये रोबोट खास तौर पर खतरनाक कामों के लिए बनाए गए हैं जैसे दुश्मन की जासूसी करना, बम डिएक्टिवेट करना और जोखिम भरे इलाकों में जाना। खतरनाक मिशन में ये रोबोट सबसे पहले जाएंगे ताकि इंसानी सैनिक सुरक्षित रहें।
50 हजार रोबोट बनेगे
2026 तक 10 हजार रोबोट बनाने का लक्ष्य रखा था लेकिन अब ये योजना और बड़ी हो गई है। फोर्ब्स मैगजीन के अनुसार, इस साल 40 रोबोट बनेंगे, 2026 में 10 हजार और 2027 के आखिर तक कुल 50 हजार रोबोट तैयार हो जाएंगे। कंपनी की टीम में टेस्ला, बोस्टन डायनेमिक्स और स्पेसएक्स जैसी बड़ी कंपनियों के पूर्व कर्मचारी हैं। कंपनी रोबोट बेचेगी नहीं बल्कि किराए पर देगी। हर रोबोट का सालाना किराया करीब एक लाख डॉलर (90 लाख रुपये) होगा।