ईरान में नोबेल शांति पुरस्कार विजेता नरगिस मोहम्मदी को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया. उनके नाम से बनी फाउंडेशन ने यह जानकारी दी. मोहम्मदी एक दिवंगत मानवाधिकार वकील की स्मृति सभा में गई थीं, इसी दौरान उनको गिरफ्तार किया गया. उनके नाम पर बनी फाउंडेशन के अनुसार, मोहम्मदी को उत्तर-पूर्वी शहर मशहद में गिरफ्तार किया गया. अब नोबेल कमेटी ने एक्टिविस्ट की गिरफ्तारी को लेकर ईरान को घेरा है और सवाल पूछे हैं.
नोबेल कमेटी ने पूछे सवाल
नॉर्वेजियन नोबेल कमेटी ने एक आधिकारिक बयान जारी किया है. कमेटी ने नरगिस मोहम्मदी की गिरफ्तारी को लेकर चिंता व्यक्त की है. कमेटी ने नरगिस मोहम्मदी को लेकर कहा, वो साल 2023 की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता — ईरान में मानवाधिकारों, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक भागीदारी की एक सशक्त समर्थक हैं.
नॉर्वेजियन नोबेल समिति ईरानी अधिकारियों से मांग करती है कि वो तुरंत यह साफ करें कि मोहम्मदी कहां हैं, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें. साथ ही कमेटी ने कहा कि नोबेल विजेता नरगिस मोहम्मदी को बिना किसी शर्त के रिहा करें.
मोहम्मदी के समर्थकों ने क्या-क्या कहा?
मोहम्मदी के समर्थकों का कहना है कि स्मृति सभा के दौरान सुरक्षा बलों और पुलिस ने मोहम्मदी को बलपूर्वक गिरफ्तार किया. यह समारोह 46 वर्षीय वकील और मानवाधिकार कार्यकर्ता खोसरो अलीकोर्दी की याद में आयोजित किया गया. मोहम्मदी के समर्थकों की ओर से शेयर किए गए वीडियो में मोहम्मदी को बिना हिजाब के भीड़ को संबोधित करते हुए और नारे लगवाते हुए देखा गया.