चाबहार पोर्ट से भारत की एंट्री, पाकिस्तान की बढ़ी टेंशन!
अफगानिस्तान ने अपनी व्यापारिक नीतियों में बड़ा बदलाव करते हुए पाकिस्तान पर अपनी निर्भरता कम कर दी है. दशकों तक तोरखम और चमन बॉर्डर क्रॉसिंग अफगानिस्तान के व्यापार के मुख्य रास्ते थे, लेकिन पाकिस्तान द्वारा बार-बार इन्हें बंद करने से अफगान कारोबारियों को भारी नुकसान हुआ.
Sanjay Purohit
Created AT: 12 hours ago
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अफगानिस्तान ने अपनी व्यापारिक नीतियों में बड़ा बदलाव करते हुए पाकिस्तान पर अपनी निर्भरता कम कर दी है. दशकों तक तोरखम और चमन बॉर्डर क्रॉसिंग अफगानिस्तान के व्यापार के मुख्य रास्ते थे, लेकिन पाकिस्तान द्वारा बार-बार इन्हें बंद करने से अफगान कारोबारियों को भारी नुकसान हुआ. अकेले ड्राई फ्रूट्स सेक्टर में मासिक 200 मिलियन डॉलर का घाटा हुआ. तालिबान सरकार ने इस एकतरफा निर्भरता को खत्म करने का फैसला किया और नए व्यापारिक रास्ते तलाशे. ईरान का चाबहार पोर्ट, जिसे भारत ने विकसित किया है, अब अफगानिस्तान के लिए पाकिस्तान को बायपास करने का सबसे मजबूत विकल्प बन गया है.
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