पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के पूर्व महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर) फैज हमीद को सीक्रेट एक्ट के उल्लंघन में 14 साल कैद की सजा सुनाई गई है। यह पहली बार है, जब ISI के हेड रहे किसी अधिकारी को इस तरीके से सजा हुई है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के करीबी रहे फैज को असीम मुनीर का मौजूदा तंत्र पसंद नहीं करता है। फैज साल 2021 में अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद काबुल के एक होटल में चाय पीने के लिए चर्चा में रहे थे। फैज हमीद पहले DG ISI रहने के अलावा पेशावर के कॉर्प्स कमांडर का पद भी संभाल चुके हैं।
पाकिस्तान सेना की मीडिया विंग ISPR ने गुरुवार को जारी बयान में कहा है कि फैज के खिलाफ पाकिस्तान आर्मी एक्ट के तहत फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल के जरिए अगस्त 2024 में कार्यवाही शुरू की गई थी। यह प्रक्रिया 15 महीने तक चली, जिसमें फैज को दोषी पाया गया। इसके बाद गुरुवार को कोर्ट ने 14 साल की सजा का ऐलान किया है।
इन मामलों में हुई सजा
ISPR के अनुसार, फैज हमीद के खिलाफ चार आरोपों को आधार पर बनाकर कार्यवाही की गई। इन आरोपों में राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होना, ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट का उल्लंघन, अधिकार और सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग और संबंधित व्यक्तियों को गैरकानूनी नुकसान पहुंचाना शामिल है।