


पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत के तेवर देखकर पाकिस्तान घबरा गया है। पाकिस्तान के हालात ऐसे हैं कि सोना और वायु सेना ने संभावित भारतीय हमले की आशंका के चलते पूरी रात हाई अलर्ट पर बिताई। सूत्रोंके अनुसार, पाकिस्तानी सेना के प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने शीर्ष कमांडरों के साथ बैठक की है, जिसमें कई फैसले लिए गए। बैठक के बाद कराची से लाहौर और रावलपिंडी एयरबेस पर 18 चीनी निर्मित JF-17 लड़ाकू विमानों को तैनात कर दिया गया है।
LOC पर सेना की तैनाती बढ़ाई गई
740 किलोमीटर लंबी LOC पर सेना की तैनाती भी बढ़ गई है। पाकिस्तानी सेना POK स्थित लश्कर के लॉन्च पैड पर संभावित हमलों को लेकर चिंतित है। हाई अलर्ट के बावजूद पाकिस्तान का मानना है कि भारत की ओर जमीनी कार्रवाई शुरू करने की संभावना नहीं है, फिर भी सभी 20 लड़ाकू स्क्वाड्रन को स्टैंडबाय पर रखा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी शीर्ष अधिकारियों के साथ आपात बैठक की। पाकिस्तान कह चुका है कि भारत को जवाब दिया जाएगा।
पाकिस्तानी नागरिक अपने देश लौट रहे
भारत द्वारा सार्क वीजा छूट योजना (SVES) को निलंबित करने के बाद पाकिस्तानी नागरिक अपने देश लौटने के लिए अटारी-वाघा सीमा पर पहुंच गए हैं। स्कीम के तहत भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने के लिए कहा गया है। पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
भारत ने सिंधु जल संधि भी तोड़ी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 27 पर्यटकों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए दशकों पुरानी सिंधु जल संधि को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को यह भी घोषणा की कि अटारी-वाघा सीमा पर एकीकृत चेक पोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाएगा।