


चीन में एससीओ समिट में ईरान पर इजरायल और अमेरिका के हमले की निंदा की गई है। एससीओ देशों ने अपने घोषणा पत्र में इस साल जून में इजरायल और अमेरिका की ओर से ईरान पर किए गए सैन्य हमलों की कड़ी निंदा की है। अमेरिका और इजरायल की निंदा करने वाले बयान पर दस्तखत करने वाले देशों में भारत भी शामिल है। इसमें खास बात यह है कि भारत ने हमलों के ठीक बाद जून में एससीओ की ओर से जारी उस बयान पर हस्ताक्षर नहीं किए थे, जिसमें अटैक की निंदा की गई थी।
भारत ने करीब दो महीने पहले जून में SCO यानी शंघाई सहयोग संगठन के बयान से खुद को अलग कर लिया था। इस बयान में ईरान पर इजरायल के हमले की निंदा की गई थी। भारत की SCO के बयान से तटस्थता को दिल्ली क इजरायल से बढ़ती नजदीकी से जोड़ा गया था। हालांकि अब भारत ने कड़े शब्दों में ईरान पर हमले के लिए इजरायल और अमेरिका की निंदा का समर्थन किया है।
भारत ने दिया मैसेज
एससीओ के घोषणापत्र को एक्सपर्ट ट्रंप की टैरिफ घोषणा के बाद भारत और अमेरिका के संबंधों में आए तनाव से जोड़कर देख रहे हैं। भारत ने अमेरिका और उसके खास सहयोगी इजरायल को कड़ा संदेश देने की कोशिश की है। ट्रंप लगातार भारत पर कड़ा रुख दिखा रहे हैं। ऐसे में भारत ने चुपचाप ये जता दिया है कि वह वैश्विक मंचों पर अमेरिका की मुश्किल बढ़ा सकता है।