


आज के समय में टैटू बनवाना एक ट्रेंड सा बन गया है। खासकर युवा जोरशोर से इस ट्रेंड को फॉलो कर रहे हैं। इसे पर्सनैलिटी का एक हिस्सा माना जाने लगा है। कई लोगों के तो पूरे हाथ पर टैटू बने रहते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं टैटू बनवाना कई बीमारियों की जड़ बन सकता है। यहां तक कि यह आपको कैंसर का भी शिकार बना सकता है।
स्टडी में भी दावा किया गया है कि टैटू लिंफोमा के खतरे को बढ़ा सकता है। यह एक तरह का कैंसर होता है, जो कि लिंफेटिक सिस्टम में शुरू होता है। लिंफोमा कैंसर के सबसे आम प्रकारों में से एक है।
टैटू वाले लोगों में अधिक होता है जोखिम
एक स्टडी में पाया गया कि, टैटू वाले लोगों में लिंफोमा 21% अधिक आम था। जबकि लिंफोमा का खतरा इस बात पर निर्भर करता है कि टैटू बनवाने के बाद कितना समय बीत चुका है। दो सालों के अंदर,लिंफोमा का खतरा 81% अधिक था और टैटू बनवाने के 11 या अधिक वर्षों के बाद,लिंफोमा का जोखिम 19% था। वहीं, टैटू के साइज या नंबर और लिंफोमा जोखिम के बीच कोई संबंध नहीं था।
टैटू बनवाने से हो सकता है एचबीवी
एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि टैटू गुदवाने से हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) संक्रमण,हेपेटाइटिस सी वायरस (एचसीवी) संक्रमण और सिफलिस के संचरण के पुख्ता सबूत हैं।