


मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गुरुवार को बस्तर के नक्सल प्रभावित बीजापुर और दंतेवाड़ा जिलों का दौरा किया। इस दौरान सीएम ने जवानों से मुलाकात की और उनका मनोबल बढ़ाया। इस दौरान उन्होंने कहा- अब यह जंग सिर्फ जवानों के हौसले और बहादुरी के साथ-साथ शिक्षा, रोजगार और विकास के जरिए लड़ी जाएगी। विष्णुदेव साय ने कहा कि, यह अब क्षेत्र में स्थायी शांति और समावेशी विकास का अवसर है।
छत्तीसगढ़ में साय सरकार सुशासन तिहार के जरिए ग्रामीणों से सीधा संवाद कर रही है। गांव के लोग बताते हैं कि मुख्यमंत्री अचानक आ धमकते हैं और सीधे पूछते हैं—“राशन मिल रहा है? स्कूल चल रहा है? आवास मिला या नहीं? आयुष्मान कार्ड बना या नहीं?” और जवाब अगर ‘नहीं’ हुआ, तो वहीं पर मौजूद अधिकारियों की जवाबदेही तय कर दी जाती है। मुख्यमंत्री का यह दौरा राज्य सरकार की सुशासन त्योहार पहल के अंतर्गत हुआ, जिसका उद्देश्य है जनसरोकार की योजनाओं की प्रगति का निरीक्षण करना। इस कड़ी में उन्होंने ग्राम पंचायत मुलेर का दौरा कर विभिन्न विकास कार्यों की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री बीजापुर के ग्राम पंचायत मुलेर पहुंचे। यहां सीएम साय ने नई प्राथमिक शाला की नींव की प्रगति देखी, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 22 आवासों का निरीक्षण किया और 4.50 लाख रुपये की लागत से बन रहे सामुदायिक शौचालयों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने इन प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि, यह आर्थिक आत्मनिर्भरता ही असली लोकतंत्र की जड़ है।