


छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने राजनांदगांव में आयोजित सुशासन तिहार की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे फील्ड विजिट को नियमित बनाएं और जनता की समस्याओं का जल्द समाधान करें।मुख्यमंत्री ने कमिश्नर और कलेक्टर को विशेष रूप से कहा कि वे अपने अधीनस्थ जिलों और ब्लॉकों में निरंतर दौरे करें और जमीनी स्तर पर जन समस्याओं को समझें।
जमीनी स्तर पर जन समस्याओं को समझें
बैठक में मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग से जुड़ी अदालतों की कार्यवाही को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि सभी राजस्व अधिकारियों के पास एक तय कैलेंडर होना चाहिए और किसी विशेष परिस्थिति को छोड़कर कोर्ट कार्यवाही को रद्द नहीं किया जाना चाहिए। उनका यह निर्देश राजस्व मामलों की लंबी पेंडेंसी को कम करने की दिशा में अहम माना जा रहा है।मुख्यमंत्री के सुशासन तिहार दौरे के दौरान बड़ी संख्या में लोगों ने राजस्व मामलों से जुड़ी शिकायतें दर्ज कराई हैं। इन्हीं शिकायतों को ध्यान में रखते हुए सीएम साय ने यह कदम उठाया है।
उन्होंने अधिकारियों को दो टूक कहा कि राजस्व मामलों का निराकरण समयबद्ध ढंग से किया जाए ताकि आम जनता को राहत मिल सके।
गौरतलब है कि हाल ही में हुई कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में भी मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा था कि सभी कलेक्टर अपने जिलों में लंबित राजस्व प्रकरणों को प्राथमिकता के आधार पर निपटाएं।