


मध्यप्रदेश में लम्बे इंतजार के बाद साल 2023 के सर्वोच्च खेल पुरस्कारों (शिखर खेल पुरस्कार) की गुरुवार, 3 अप्रैल को घोषणा कर दी गई। इसमें 12 खिलाड़ियों को विक्रम, 11 को एकलव्य, 3 प्रशिक्षकों को विश्वामित्र और एक खेल हस्ती को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिया जाएगा। इस बार विक्रम अवॉर्ड कैटेगरी में मामूली बदलाव किया गया है।
प्रदेश के खेल मंत्री विश्वास सारंग ने पुरस्कार प्राप्त सभी को बधाई दी है। उन्होंने कहा -मध्यप्रदेश शासन द्वारा वर्ष 2023 के राज्य स्तरीय शिखर खेल पुरस्कार-विक्रम पुरस्कार, एकलव्य, विश्वामित्र पुरस्कार, स्व. प्रभाष जोशी पुरस्कार एवं लाइफटाइम अचीवमेन्ट पुरस्कार से सम्मानित सभी खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों एवं खेल हस्तियों को हार्दिक बधाई।
विक्रम पुरस्कार 1972 में शुरू हुआ
वर्ष 1972 से विक्रम पुरस्कार प्रदान किया जा रहा है।
विक्रम पुरस्कार सीनियर खिलाड़ियों को प्रदान किया जाता है।
विक्रम पुरस्कार हर साल 12 सीनियर खिलाड़ियों को दिया जाता है, जिसमें से ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेलों में खेले जाने वाले खेलों में 06 व्यक्तिगत श्रेणी में, 03 दलीय श्रेणी में , 01 पुरस्कार दिव्यांग श्रेणी में एवं 01 पुरस्कार परम्परागत खेल (ओलम्पिक, एशियन गेम्स एवं राष्ट्रीय खेल में नहीं खेले जाने वाले खेलों को छोड़कर) एवं 01 पुरस्कार साहसिक खेल में दिया जाता है।
विक्रम पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाले खिलाड़ी को 2 लाख एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है।
विक्रम पुरस्कार प्राप्त करने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी भी दी जाती है।
एकलव्य पुरस्कार 1996 से दिया जा रहा
यह पुरस्कार जूनियर खिलाड़ियों को दिया जाता है। इस पुरस्कार की शुरुआत 1996 से हुई।
एकलव्य पुरस्कार 21 वर्ष से कम आयु के जूनियर खिलाड़ियों को प्रदान किया जाता है।
एकलव्य पुरस्कार 15 जूनियर खिलाड़ियों को हर साल दिया है, जिसमें 09 पुरस्कार व्यक्तिगत विधा में, 03 पुरस्कार टीम विधा, 01 पुरस्कार दिव्यांग श्रेणी, 01 पुरस्कार परम्परागत खेल, 01 साहसिक खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता है।
एकलव्य पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाले जूनियर खिलाड़ी को एक लाख रुपए एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है।
विश्वामित्र पुरस्कार कोच को दिया जाता है
प्रशिक्षक, जो समर्पित भाव से खिलाड़ियों को आधुनिक वैज्ञानिक तकनीकी ढंग से प्रशिक्षण के माध्यम से तराशने व निखारने में सतत् कई वर्षों से प्रयासरत है, उन्हें भी प्रोत्साहित करने की दृष्टि से वर्ष 1995-96 से ‘‘विश्वामित्र’’ पुरस्कार से विभूषित किया जा रहा है।
विश्वामित्र पुरस्कार प्रशिक्षकों को प्रदान किया जाता है।
प्रतिवर्ष 03 विश्वामित्र पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं, जिसमें 02 पुरस्कार व्यक्तिगत खेल में एवं 01 पुरस्कार दलीय विधा में प्रदान किया जाता है ।
विश्वामित्र पुरस्कार से सम्मानित किए जाने वाले प्रशिक्षक को राशि रूपये 2,00,000/- एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है।
लाइफटाइम एचीवमेंट पुरस्कार (01 पुरस्कार)
यह पुरस्कार वर्ष 2002 से प्रारम्भ किया गया है।
यह पुरस्कार ऐसी खेल हस्ती को दिया जाता है, जिसने प्रदेश के खेलों के विकास एवं प्रोत्साहन के लिये जीवन पर्यन्त योगदान दिया हो।
इस पुरस्कार में 2 लाख रुपए एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया जाता है।
इन्हें मिलेगा एकलव्य पुरस्कार
1 रितुराज बुन्देला ( शूटिंग) टीकमगढ़
2 भूमि बघेल (क्याकिंग-केनोइंग) महेश्वर
3 कृष्णा मिश्रा (स्क्वैश) इन्दौर
4 पूजा दांगी (फेंसिंग) राजगढ़
5 प्रभाकर सिंह राजावत (रोइंग) ग्वालियर
6 नेहा ठाकुर (सेलिंग) देवास
7 प्रखर जोशी (तैराकी) इन्दौर
8 अर्जुन वास्कले (एथलेटिक्स) खरगोन
9 प्रियांशी प्रजापत (कुश्ती) उज्जैन
10 अंकित पाल ( हॉकी) ग्वालियर
11 गौरव पचौरी (पावर लिफ्टिंग) मुरैना
ये बनेंग विक्रम अवॉर्डी
1 ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर (शूटिंग) खरगौन
2 जाहन्वी श्रीवास्तव (क्याकिंग-केनोइंग) भोपाल
3 रागिनी मार्कों (तींरदाजी) जबलपुर
4 शिवानी पवार (कुश्ती) छिन्दवाड़ा
5 श्रृति यादव (बॉक्सिंग) भोपाल
6 यामिनी मौर्य (जूडो) सागर
7 सचिन भार्गो (खो-खो) देवास
8 नीलू डांडिया (हॉकी) मंदसौर
9 प्रवीण कुमार दवे (सॉफ्टबाल) इन्दौर
10 रूबिना फ्रांसिस (शूटिंग) जबलपुर
11 अपूर्व दुबे (पावर लिफ्टिंग) इन्दौर
12 भावना डेहरिया (माउंट एवरेस्ट) छिंदवाड़ा
इन प्रशिक्षकों को मिलेगा विश्वामित्र पुरस्कार
1 पीजूष कांती बरोई (क्याकिंग-केनोइंग) भोपाल
2 अशोक कुमार यादव (तीरंदाजी) जबलपुर
3 लोकेन्द्र शर्मा (हॉकी) भोपाल
लाइफटाइम एचीवमेन्ट पुरस्कार
रतनलाल वर्मा ( जिम्नास्टिक) उज्जैन