


पूर्वी अफगानिस्तान में आए विनाशकारी भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। अब तक 1411 लोगों की मौत हो चुकी है और 3000 से अधिक घायल हैं। वहीं, भारत ने मानवीय सहायता के तहत 21 टन राहत सामग्री काबुल पहुंचाई है। विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकरविदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने X (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी दी कि भारत अफगानिस्तान के साथ इस मुश्किल घड़ी में मजबूती से खड़ा है।
भारत से भेजी गई 21 टन राहत सामग्री
विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने बताया कि हवाई मार्ग से भेजी गई राहत सामग्री में शामिल हैं:
कंबल, टेंट, स्वच्छता किट
जल भंडारण टैंक, जनरेटर
रसोई के बर्तन, स्लीपिंग बैग
पोर्टेबल वाटर प्यूरीफायर
आवश्यक दवाइयां, व्हीलचेयर
हैंड सैनिटाइज़र, ORS घोल, जल शुद्धिकरण गोलियां
जयशंकर ने कहा - भारत आने वाले दिनों में और भी मानवीय सहायता भेजेगा। हम ज़मीनी हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
भूकंप से अब तक 1411 मौतें, हजारों घायल
रविवार रात आए इस भूकंप की तीव्रता 6.0 मापी गई।
सबसे ज्यादा नुकसान कुनार, लघमन, नांगरहार और नूरिस्तान प्रांतों में हुआ है।
कई गांवों का संपर्क टूट गया है, जिससे राहत कार्यों में दिक्कत आ रही है।
भूकंप के बाद 4 से 5 तीव्रता के आफ्टरशॉक्स भी दर्ज किए गए।
संयुक्त राष्ट्र और अन्य एजेंसियां भी राहत कार्य में जुटीं
यूएन ओसीएचए (UN Office for the Coordination of Humanitarian Affairs) के अनुसार:
करीब 12,000 लोग सीधे प्रभावित हुए हैं।
राहत एजेंसियों को पहाड़ी क्षेत्रों तक पहुंचने में भारी कठिनाई हो रही है।
सड़कों और मोबाइल नेटवर्क के क्षतिग्रस्त होने से राहत अभियान धीमा हो गया है।
विदेश मंत्रालय का बयान
भारत सरकार ने सोमवार को X पर लिखा - भारत भूकंप से प्रभावित अफगानिस्तान को मानवीय सहायता प्रदान करेगा। पोस्ट में उन ट्रकों की तस्वीरें भी साझा की गईं जो चावल और अन्य खाद्य सामग्रियों से भरे थे — यह भारत की "Neighbourhood First" नीति को दर्शाता है।