


आगरा के सींगना में अंतरराष्ट्रीय आलू अनुसंधान केंद्र स्थापित करने का रास्ता साफ हो गया है। बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में पेरू के आलू शोध केंद्र की एक शाखा खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई है। यह दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा आलू अनुसंधान केंद्र होगा। सींगना में 138 हेक्टेयर क्षेत्रफल में स्थित राजकीय आलू फार्म के दस हेक्टेयर हिस्से में यह अंतरराष्ट्रीय आलू अनुसंधान केंद्र स्थापित होगा।
इस जिले में बनेगा दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा आलू अनुसंधान केंद्र
दुनिया में इस तरह के केवल तीन शाखाएं हैं, जिनमें पेरू, चीन और अफ्रीका में आलू पर शोध हो रहा है। आगरा का सींगना विश्व का तीसरा शोध केंद्र होगा। इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय स्तर की आलू और शकरकंद की नई किस्मों का विकास करना, नई तकनीकों को अपनाना और आलू आधारित उद्यमों को प्रोत्साहित करना है।
उप निदेशक, उद्यान डॉ. धर्मपाल सिंह ने बताया कि यह दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा शोध केंद्र होगा, जहां उन आलू की किस्मों का उत्पादन किया जाएगा, जो भारत या खासतौर पर आगरा और आसपास के क्षेत्र के वातावरण में नहीं उगाई जा सकती हैं। उन्होंने यह भी बताया कि 20 मई को पेरू के अंतरराष्ट्रीय आलू बोर्ड के सदस्यों ने सींगना फार्म का निरीक्षण किया था। इस केंद्र की स्थापना कृषि मंत्रालय, भारत सरकार के सहयोग से की जाएगी।