राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों में गायों में लंपी वायरस के साथ-साथ अन्य बैक्टीरिया के संक्रमण तेजी से फैल रहे हैं। इसके साथ ही पशुओं के माध्यम से इंसानों में फैलने वाले बैक्टीरिया संक्रमण के मामले भी बढ़ रहे हैं। इनमें सबसे अहम है ब्रूसेला का संक्रमण, जो दुधारू पशुओं के माध्यम से इंसानों में फैलता है। कच्चे दूध का सेवन ब्रूसेला संक्रमण का सबसे बड़ा कारण माना जाता है।
एम्स की चेतावनी
AIIMS भोपाल के बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने उबला हुआ दूध पीने की सख्त सलाह दी है। हाल के समय में स्क्रब टाइफस और ब्रूसेला संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। इसलिए दूध को अच्छी तरह उबालकर ही पीना चाहिए।
भोपाल के बायोटेक्नोलॉजिस्ट डॉ. देवाशीष विश्वास ने बताया कि भोपाल में अभी तक ब्रूसेला का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन कच्चा दूध पीने से संक्रमण का खतरा बना रहता है।
विभिन्न अध्ययनों के अनुसार, 14–16 प्रतिशत दुधारू मवेशियों में ब्रूसेला संक्रमण पाया गया है। इस बैक्टीरिया के संक्रमण से मवेशियों के बीमार होने पर यह लोगों में फैल सकता है। यदि मवेशी खाना-पीना कम कर दे, सुस्त दिखे और दूध की मात्रा घट जाए, तो सतर्क हो जाना चाहिए क्योंकि यह ब्रूसेला संक्रमण का संकेत हो सकता है।
इंसानों में इस बीमारी का प्रसार विभिन्न राज्यों में 0.8 से 26.6 प्रतिशत के बीच है। सबसे अधिक पंजाब में 26.6 प्रतिशत मामले आते हैं। दिल्ली में 0.9 प्रतिशत मामले आते हैं।