छठ पूजा 2025: आज है खरना, जानें पूजा विधि और जरूरी सावधानियां
छठ पूजा 2025 में आज खरना है। भक्त सूर्य देव की पूजा करते हैं। जानें खरना की विधि, शुभ मुहूर्त और वे गलतियां जो नहीं करनी चाहिए।
Img Banner
profile
Richa Gupta
Created AT: 26 अक्टूबर 2025
204
0
...

छठ पूजा का महापर्व 25 अक्टूबर को नहाय-खाय के साथ शुरू हो चुका है। आज छठ पूजा का दूसरा दिन है। आज छठ पूजा में खरना है। खरना का दिन छठ पूजा में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। खरना पर पूरे दिन का व्रत रखा जाता है। खरना का अर्थ होता है, शुद्धता। ऐसे में इस दिन शुद्धता और पवित्रता का विशेष ध्यान ध्यान रखा जाता है, जिससे पूजा किसी भी तरह से बाधित न हो।


इस दिन मिट्टी के नए चूल्हे पर प्रसाद बनाया जाता है। प्रसाद बनाने के लिए आम की लकड़ियों का उपयोग होता है। इससे प्रसाद की पवित्रता बनी रहती है। इस दिन पूरे दिन व्रत के बाद शाम को देवी-देवताओं और छठी मैया को भोग लगाया जाता है। फिर इस प्रसाद को ग्रहण किया जाता है। खरना पर कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए। आइए जानते हैं इस दिन क्या गलतियां नहीं करनी चाहिए? साथ ही जानते हैं खरना के दिन की पूजा विधि।


खरना के दिन न करें ये गलतियां


  1. छठ पूजा से जुड़ी वस्तुओं को गलती से भी गंदे हाथों से ना छुएं।
  2. पूजा से जुड़ी वस्तुओं को हाथ धोकर या फिर नहाने के बाद ही छूना सही है।
  3. खरना के दिन प्रसाद बनाने वाली जगह साफ सुथरी होनी चाहिए।
  4. सूर्य देव और छठी मैया को प्रसाद अर्पित करने के बाद ही व्रती महिलाएं और परिवार के सदस्य भोजन करें।
  5. प्रसाद में केवल सेंधा नमक का ही उपयोग करें और कोई भी दूसरा नमक ना खाएं।


खरना पूजन की विधि


  1. खरना के दिन सुबह जल्दी उठकर घर की अच्छी तरह सफाई करने के बाद नहा-धोकर साफ और आरामदायक वस्त्र पहनें पूजा-पाठ करें।
  2. शाम को दोबारा स्नान करें। फिर साफ वस्त्र पहनें।
  3. आम की लकड़ियों से आग जलाकर प्रसाद (भोजन) बनाएं।
  4. प्रसाद तैयार होने के बाद सबसे पहले छठी मैया को भोग अर्पित करें।
  5. पूजा संपन्न होने के बाद व्रती कुछ समय वहीं बैठें और माता का ध्यान करें।
ये भी पढ़ें
सीएम की घोषणा,कटंगी और पौड़ी बनेगी तहसील,लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में शामिल हुए सीएम
...

Spiritual

See all →
Richa Gupta
छठ पूजा 2025: आज है खरना, जानें पूजा विधि और जरूरी सावधानियां
छठ पूजा 2025 में आज खरना है। भक्त सूर्य देव की पूजा करते हैं। जानें खरना की विधि, शुभ मुहूर्त और वे गलतियां जो नहीं करनी चाहिए।
204 views • 2025-10-26
Richa Gupta
छठ पूजा 2025: जानें क्या करें और क्या नहीं, व्रत के जरूरी नियम
छठ महापर्व के दौरान सूर्य देव और छठी मैया की पूजा की जाती है। आज 25 अक्टूबर से छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है जिसका समापन 28 अक्टूबर को उषा अर्घ्य के साथ होगा।
1200 views • 2025-10-25
Richa Gupta
छठ पर्व क्यों मनाया जाता है? जानिए सूर्य देव और छठी मैया का पवित्र संबंध
छठ का पर्व भारत के बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश और नेपाल के कुछ क्षेत्रों में बड़े श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है।
128 views • 2025-10-23
Sanjay Purohit
स्वास्थ लाभ के बाद प्रेमानंद महाराज जी ने फिर शुरू की पदयात्रा
प्रेमानंद महाराज ने भी अत्यंत सहजता से भक्तों का अभिवादन स्वीकार किया और उन्हें आशीर्वाद दिया। महाराज जी के दर्शन पाकर भक्तों के चेहरे खुशी से दमक उठे। भक्तों में अपार उत्साह और संतोष की भावना छाई हुई है।
306 views • 2025-10-23
Sanjay Purohit
छठ पूजा 2025: छठी मैय्या कौन है और सूर्य देव की ही पूजा क्यों होती है?
छठ पूजा हिंदू धर्म का एक प्रमुख व्रत है जो मुख्य रूप से बिहार, झारखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्र में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। यह व्रत सूर्य देव और छठी मैय्या को समर्पित होता है।
185 views • 2025-10-22
Richa Gupta
गोवर्धन पूजा के बाद गोबर का करें सही उपयोग, न करें बर्बाद
दिवाली के बाद कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाता है। आज 22 अक्टूबर को गोवर्धन का पर्व मनाया जा रहा है।
135 views • 2025-10-22
Sanjay Purohit
क्या फिर से बिगड़ गई प्रेमानंद महाराज जी की तबीयत?
प्रेमानंद महाराज जी को लेकर पिछले कई दिनों तक स्वास्थ्य को लेकर तमाम खबरे सामने आ रही थी, लेकिन दिवाली पर उनका फुलझड़ी जलाने की वीडियो सामने आने के बाद उनके भक्तों ने राहत की सांस ली। वहीं, अब फिर से खबर आ रही है कि उनकी तबीयत फिर से नासाज है।
236 views • 2025-10-22
Richa Gupta
गंगोत्री धाम के कपाट बंद, जानें बाकी धामों की तिथि
उत्तराखंड की चारधाम यात्रा अपने समापन की ओर पहुंच चुकी है। आज यानि बुधवार को गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो जाएंगे।
149 views • 2025-10-22
Sanjay Purohit
आत्मनिर्भरता और आर्थिक सम्पन्नता का पर्व : अन्नकूट
भारत की सनातन परंपराओं में प्रत्येक पर्व केवल उत्सव नहीं, बल्कि जीवन के गूढ़ सिद्धांतों को व्यवहार में उतारने का माध्यम है। दीपावली के अगले दिन मनाया जाने वाला अन्नकूट महोत्सव (गोवर्धन पूजा) इसका उत्कृष्ट उदाहरण है — जहाँ भक्ति, सेवा, आत्मनिर्भरता और आर्थिक सम्पन्नता के सूत्र एक साथ गुंथे हुए हैं।
56 views • 2025-10-21
Sanjay Purohit
कब है गोवर्धन पूजा ? जानें डेट, महत्व और पूजा विधि
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर गोवर्धन पूजा की जाती है। यह दिवाली उत्सव का प्रमुख दिन है, जिसे श्री कृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को उठाकर गोकुल की रक्षा के रूप में मनाया जाता है। लेकिन इस बार गोवर्धन की तारीख को लेकर असमंजस बना हुआ है।
60 views • 2025-10-21
...