


अगले शिक्षा सत्र के पूर्व ही पांच हजार शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके साथ ही राजपत्रित अधिकारियों की नियुक्ति लोक सेवा आयोग (पीएससी) के माध्यम से की जाएगी। शुक्रवार को मंत्रालय में स्कूल शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव ने विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर इस संबंध में दिशा-निर्देश दिए।मंत्री गजेंद्र यादव ने कहा कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत करने एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक ठोस कार्ययोजना तैयार की जाए। उन्होंने पाठ्य पुस्तक निगम को निर्देशित किया कि पुस्तकों की छपाई से लेकर उनके परिवहन तक की प्रक्रिया एक ही टेंडर के माध्यम से की जाए, जिससे समय की बचत के साथ-साथ खर्च में भी कटौती हो सके।
मंत्री ने निर्देश दिए कि शिक्षकों एवं जिला स्तरीय अधिकारियों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से ऑनलाइन व परिसर स्तर पर दर्ज की जाए, ताकि व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके।
पाठ्यपुस्तकों के वितरण की प्रगति की समीक्षा करते हुए मंत्री यादव ने कहा कि यह स्पष्ट किया जाए कि अब तक कितने स्थानों पर वितरण शेष है और कितनी अतिरिक्त मांग बाकी है। उन्होंने यह भी कहा कि विभागीय कार्यों में स्पष्टता होनी चाहिए तथा प्रत्येक कार्य संबंधित जिम्मेदार संस्था के माध्यम से ही किया जाए। साथ ही निर्देश दिए कि सभी प्रशिक्षण कार्यक्रम अब अनिवार्य रूप से एससीईआरटी के माध्यम से संचालित किए जाएं।
बैठक के दौरान भवनविहीन स्कूलों की वर्तमान स्थिति, उन्हें पूर्ण सुविधाओं से युक्त स्कूलों में बदलने के लिए आवश्यक व्यय और तदर्थ स्कूलों की राशि पर भी विस्तार से चर्चा की गई। मंत्री यादव ने निर्देश दिए कि बजट का पूर्ण उपयोग सुनिश्चित किया जाए और कोई भी राशि लैप्स न हो, इसके लिए अभी से कार्ययोजना तैयार की जाए।
नीट और जेईई की तैयारी के लिए शुरू होंगी विशेष कक्षाएं
राज्य के बड़े शहरों में जहां शासकीय भवन उपलब्ध हैं, वहां नीट और जेईई जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों के सहयोग से कक्षाएं प्रारंभ करने पर विचार किया गया है।