


हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर में रविवार सुबह भगदड़ की घटना में 6 श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि 25 से 35 लोग घायल हो गए। हादसे की वजह मंदिर के पैदल मार्ग में बिजली के करंट की अफवाह बताई जा रही है। घायलों में से चार की हालत गंभीर है। घटना के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। प्रशासन का कहना है कि हालात अब नियंत्रण में हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने अस्पताल पहुंचकर जाना हाल
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरिद्वार के जिला अस्पताल पहुंचकर भगदड़ में घायल हुए लोगों से मुलाकात की और उनका हाल जाना। उन्होंने कहा, “सभी घायलों को बेहतर उपचार मिलना हमारी प्राथमिकता है। सभी अधिकारी मौके पर राहत और बचाव कार्य में जुटे हैं। हमारा प्रयास है कि घायलों को जल्द से जल्द ठीक कर उनके घर तक सुरक्षित पहुंचाया जाए।
सरकार ने जारी किया टोल-फ्री नंबर
सीएम धामी ने बताया कि घटना को लेकर एक टोल-फ्री नंबर जारी कर दिया गया है, जिससे प्रभावितों के परिवारों से संपर्क किया जा सके। उन्होंने कहा, घटना में जान गंवाने वाले श्रद्धालुओं के परिजनों को ₹2 लाख की और घायलों को ₹50,000 की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
मजिस्ट्रियल जांच के आदेश
मुख्यमंत्री धामी ने हरिद्वार के जिलाधिकारी को निर्देश दिए हैं कि सभी पीड़ितों और उनके परिजनों को तत्काल राहत और मदद पहुंचाई जाए। साथ ही इस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी जारी किए गए हैं, ताकि दुर्घटना के कारणों की पूरी तरह से जांच की जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।