


जम्मू-कश्मीर में बादल फटने की घटना ने भारी तबाही मचाई है। रामबन में जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर पहाड़ों से भारी मलबे के साथ आई बाढ़ ने कई गांवों को प्रभावित किया है। प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग ने फिर से अलर्ट जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि अगले कुछ दिनों में जम्मू-कश्मीर में बारिश और बर्फबारी की संभावना है। 24 से 26 अप्रैल तक दोबारा बारिश की संभावना है, जिससे लोगों को और अधिक परेशानी हो सकती है।
हजारों वाहन फंसे
जम्मू-श्रीनगर हाईवे बंद होने से हजारों वाहन फंसे हुए हैं। सेना ने फंसे यात्रियों के लिए खाने और दवा आदि का प्रबंध किया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सामाजिक संगठन राहत अभियान में जुटे हुए हैं।
मुख्यमंत्री का दौरा
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने रामबन का दौरा किया और जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने राहत और बचाव कार्य की समीक्षा की और प्रभावित लोगों से मुलाकात की।
नेकां अध्यक्ष की अपील
नेकां अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की है और केंद्र सरकार से सहयोग की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस आपदा से निपटने के लिए केंद्र सरकार को आगे आना चाहिए।
आपदा का असर
इस आपदा से रामबन में करीब एक दर्जन गांव प्रभावित हुए हैं। बहुत से वाहन अभी भी मलबे में दबे हुए हैं। हाईवे पर इतना ज्यादा मलबा जमा है कि इसपर यातायात बहाल करने में समय लग सकता है।