


गुना, एक साल पहले शाजापुर के कलेक्टर रहे किशोर कान्याल का व्यवहार अब बदल गया है। तब उन्होंने ड्राइवरों से बदतमीजी की थी। अब गुना के कलेक्टर के रूप में उन्होंने एक दिव्यांग को खुद व्हीलचेयर पर बिठाकर मदद की। कान्याल ने पहले ड्राइवरों से उनकी 'औकात' पूछी थी। इस घटना के बाद उन्हें कलेक्टर के पद से हटा दिया गया था। अब उनके व्यवहार में यह बदलाव देखने को मिला है।
दिव्यांग व्यक्ति की मदद की
गुना के कलेक्टर किशोर कान्याल ने मंगलवार को एक दिव्यांग व्यक्ति की मदद की। हरवीर नाम के इस व्यक्ति ने कलेक्टर को बताया कि वह 70% तक विकलांग है। इस कारण वह चलने-फिरने में असमर्थ है और उसकी आजीविका छिन गई है। वह आर्थिक तंगी से जूझ रहा है।
तुरंत व्हीलचेयर देने के आदेश दिए
कलेक्टर कान्याल ने तुरंत सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी को बुलाया। उन्होंने उसे तत्काल व्हीलचेयर का इंतजाम करने का आदेश दिया। कलेक्टर कार्यालय में ही नई व्हीलचेयर मंगवाई गई। रेडक्रास सोसाइटी से हरवीर को 10 हजार रुपए की तत्काल मदद और 600 रुपए प्रतिमाह पेंशन देने का भी आदेश दिया गया।
ड्राइवर की औकात को लेकर चर्चा में आए थे किशोर कान्याल
एक साल पहले किशोर कान्याल शाजापुर के कलेक्टर थे। उस समय कुछ ड्राइवर अपनी समस्याएं लेकर उनके पास आए थे। कान्याल ने गुस्से में उनसे कहा था कि तुम्हारी औकात क्या है मेरे सामने। इस घटना का वीडियो वायरल हो गया था। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कान्याल को तुरंत कलेक्टर के पद से हटा दिया था। उन्हें मंत्रालय में अटैच कर दिया गया था।