


नवरात्रि हिन्दू धर्म का एक प्रमुख पर्व है, जिसमें नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस दौरान लोग नौ दिन उपवास रखते हैं और भक्ति में लीन रहते हैं। नवरात्रि व्रत के दौरान लोग सात्विक आहार का सेवन करते हैं और तामसिक भोजन से दूर रहते हैं लेकिन इस दौरान कुछ कामों को करने की भी मनाही होती है।
क्रोध से बचें
नवरात्रि व्रत के दौरान उपासक को नकारात्मक विचारों, क्रोध, ईर्ष्या और द्वेष जैसे भावों से दूर रहना चाहिए। व्रत के दौरान मन में द्वेष, अहंकार या क्रोध पनप रहा है तो ऐसा व्रत अधूरा माना जाता है।
लहसुन और प्याज का सेवन ना करें
नवरात्रि व्रत में सात्विक भोजन का सेवन किय जाते है इसलिए इस समय प्याज, लहसुन, मांस-मछली, अंडा, शराब और तमसिक भोजन से परहेज करना चाहिए।
बाल ना कटवाए
नवरात्रि के नौ दिन पूरी तरह पवित्र माने जाते हैं। इन दौरान बाल कटवाना, शेविंग आदि वर्जित मानी जाती है। इस दौरान उपासक को ब्रह्मचर्य का पालन करने के लिए कहा जाता है।
झूठ बोलने और चुगली से बचें
व्रत का मतलब सिर्फ खानपान पर नियंत्रण नहीं बल्कि वाणी और कर्मों पर भी संयम रखना है। नवरात्रि में झूठ बोलना, किसी की बुराई करने से भी बचना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इससे माता नाराज हो जाती है और इससे व्रत का फल भी नहीं मिलता।
दिन में सोना वर्जित
नवरात्रि के दौरान दिन में सोना भी वर्जित माना गया है। ऐसा करने से आलस्य और तमोगुण बढ़ते हैं, जो साधना में बाधक होते हैं। व्रती को दिन के समय मां की भक्ति, पूजा-पाठ, पाठ या जप में लगे रहना चाहिए।