नवंबर माह की शुरुआत में ही प्रदेश में सर्दी की दस्तक हो चुकी है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार नवंबर के पहले सप्ताह में हल्के बादल, बारिश हो सकती है। खासकर अगले 3 दिन तक इंदौर, भोपाल, उज्जैन, जबलपुर और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में हल्की बारिश होगी। रविवार को इंदौर, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग के 10 जिलों में बारिश का अलर्ट है। वहीं, भोपाल, ग्वालियर और उज्जैन में बादल छाए रहेंगे। इसके बाद सर्दी धीरे-धीरे जोर पकड़ेगी। आखिरी सप्ताह में मौसम सर्द हो जाएगा। तापमान 10 डिग्री तक भी पहुंच सकता है। आखिरी के दो तीन दिन कोहरा, कुहासा भी दिखाई दे सकता है।
अगले 72 घंटे यहां बारिश
2 नवंबर: मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार को झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में बारिश का अलर्ट जारी किया है। बाकी जिलों में भी बादल छाए रहेंगे। भोपाल में शाम या रात में बारिश हो सकती है।
3 नवंबर: झाबुआ, अलीराजपुर, धार, बड़वानी, खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर। यहां गरज-चमक की स्थिति भी बनेगी। वहीं, नीमच, मंदसौर, रतलाम, इंदौर, उज्जैन, देवास, सीहोर, हरदा, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में बूंदाबांदी हो सकती है।
4 नवंबर: भोपाल, विदिशा, रायसेन, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, बैतूल, नर्मदापुरम, सीहोर, हरदा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, इंदौर, उज्जैन, खरगोन, बड़वानी, धार, अलीराजपुर, झाबुआ, रतलाम, राजगढ़, आगर-मालवा और शाजापुर।
दस साल में 2 बार दस डिग्री से नीचे तापमान
जानकारी के अनुसार नवंबर में अच्छी खासी सर्दी पड़ने लगती है। 10 सालों में तो दो बार न्यूनतम तापमान 10 डिग्री के नीचे पहुंच गया है। पिछले साल 29 नवंबर 24 को न्यूनतम तापमान 8.2 डिग्री पर था जो 10 सालों में सबसे कम था। इसी प्रकार सर्वाधिक कम तापमान का रेकार्ड 30 नवंबर 1941 का है।