


मध्य प्रदेश में मानसून की एंट्री होने के बाद लगातार बारिश का दौर जारी है। कई जिलों में भारी बारिश की वजह से नदी नाले उफान पर आ गए हैं। शनिवार को प्रदेश में 20 से अधिक जिलों में बारिश हुई। वहीं, रविवार को ग्वालियर, चंबल, सागर-रीवा संभाग के 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन-जबलपुर में भींग सकते हैं। इससे पहले शनिवार को सीधी में 2 इंच बारिश हो गई। वहीं, रतलाम में सवा इंच से ज्यादा पानी गिरा। सतना में पौन इंच, रीवा-खजुराहो में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। इसके अलावा भोपाल, धार, गुना, ग्वालियर, इंदौर, नर्मदापुरम, उज्जैन, छिंदवाड़ा, दमोह, मंडला, नौगांव, सागर, उमरिया, बालाघाट में भी बारिश दर्ज की गई। आंधी-बारिश की वजह से दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई।
अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, रविवार को ग्वालियर, मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी और पन्ना में अति भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। 24 घंटे में 8 इंच तक पानी गिर सकता है। भिंड, दतिया, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, सतना, रीवा, मऊगंज में भारी बारिश का अलर्ट है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य जिलों में आंधी और बारिश का दौर जारी रहेगा।
प्रदेश में इसलिए हो रही तेज बारिश
मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि प्रदेश के ऊपर से एक लो प्रेशर एरिया गुजर रहा है। वहीं, पश्चिमी हिस्से से टर्फ की एक्टिविटी है। ये दोनों ही सिस्टम स्ट्रॉन्ग है। इस वजह से पूर्वी और उत्तरी हिस्से में अति भारी या भारीबारिश का अलर्ट है।