MP में स्थित बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में रोजाना हजारों श्रद्धालुओं का आगमन होता है। ऐसे में साल 2022 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महाकाल लोक का लोकार्पण करने के बाद यहां श्रद्धालुओं के साथ साथ पर्यटकों की संख्या में खासा बढ़ोतरी हुई, जो अब भी लगातार जारी है। इसी विकास यात्रा में अब उज्जैन एक और भव्य धार्मिक स्थल बनाने की तैयारी चल रही है। आपको बता दें कि, यहां महाकाल लोक की तर्ज पर शनि लोक का भव्य निर्माण करने की तैयारी है। इसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 140 करोड़ रुपए स्वीकृत कर दिए हैं।
उज्जैन स्थित अति प्राचीन शनि मंदिर में शनि लोक का भव्य नजारा जल्द ही देखने को मिलेगा। ये वही स्थान है, जहां शनि महाराज शिवलिंग स्वरूप में भक्तों को दर्शन देने के साथ साथ उनके कष्ट हरते हैं। इस मंदिर को लेकर कई मान्यताएं और विशेषताएं प्रसिद्ध हैं।
शिव स्वरूप में विराजमान हैं शनिदेव
मंदिर के पुजारी राकेश बैरागी का कहना है कि, ये मंदिर करीब 2 हजार साल पुराना है। मान्यता है कि, जब राजा विक्रमादित्य की साढ़ेसाती समाप्त हुई, तब शनि महाराज प्रसन्न होकर यहां प्रकट हुए और सभी ग्रहों ने एक साथ उन्हें दर्शन दिए। इसे देश का पहला ऐसा मंदिर माना जाता है, जहां शनिदेव शिवरूप में विराजमान हैं। यहां मुख्य शनिदेव की प्रतिमा के साथ ढैय्या शनि की प्रतिमा भी स्थापित हैं। भक्त अपनी मनोकामना पूरी करने और शांति के लिए शनिदेव पर तेल चढ़ाने आते हैं।