Vinayak Chaturthi 2025: विनायक चतुर्थी पर करें ये उपाय, होंगे जबरदस्त लाभ
वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर विनायक चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से जीवन की सभी बाधाओं से छुटकारा मिलता है और जीवन में खुशियों का आगमन होता है।
Img Banner
profile
payal trivedi
Created AT: 26 अप्रैल 2025
144
0
...

वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर विनायक चतुर्थी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से जीवन की सभी बाधाओं से छुटकारा मिलता है और जीवन में खुशियों का आगमन होता है। अगर आप भी भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करना चाहते हैं और अपने बिजनेस में तरक्की चाहते हैं, तो विनायक चतुर्थी के दिन कुछ विशेष उपाय जरूर करें।


कुंडली में मजबूत करें बुध ग्रह


ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, व्यक्ति की कुंडली में बुध ग्रह कमजोर होने की वजह से जीवन में कई तरह की समस्या आ सकती है। विनायक चतुर्थी के दिन गाय के दूध में दूर्वा मिलाकर गणेश जी का अभिषेक करें और मोदक और फल समेत अन्य चीजों का भोग लगाएं। इससे कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है और जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति होती है।


आर्थिक तंगी से छुटकारा


अगर आप लंबे समय से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश का गन्ने के रस से अभिषेक करें। इससे आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है और धन लाभ के योग बनते हैं।


बिजनेस में वृद्धि के लिए उपाय


बिजनेस में वृद्धि पाने के लिए विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की विधिपूर्वक पूजा करें और प्रभु को दूर्वा अर्पित करें। इसके बाद ऋणहर्ता गणेश स्तोत्र का पाठ करें। इससे बिजनेस में वृद्धि होती है और सभी मुरादें पूरी होती हैं।


विनायक चतुर्थी की तिथि


वैदिक पंचांग के अनुसार, वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 30 अप्रैल को दोपहर 2 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगी और 1 मई को सुबह 11 बजकर 23 मिनट पर तिथि का खत्म होगी। इस प्रकार से 1 मई को विनायक चतुर्थी मनाई जाएगी।


विनायक चतुर्थी का महत्व


विनायक चतुर्थी के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से जीवन में सभी सुखों की प्राप्ति होती है और बिजनेस में तरक्की मिलती है। इस दिन कुछ विशेष उपाय करने से कुंडली में बुध ग्रह मजबूत होता है और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है।

ये भी पढ़ें
सीएम की घोषणा,कटंगी और पौड़ी बनेगी तहसील,लाड़ली बहना योजना सम्मेलन में शामिल हुए सीएम
...

Spiritual

See all →
Sanjay Purohit
रक्षाबंधन पर बनेगा दुर्लभ संयोग, जानें शुभ मुहूर्त
रक्षाबंधन हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक माना जाता है। भाई-बहन के स्नेह, विश्वास और सुरक्षा के रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन हर साल श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है। इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उनकी लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि की कामना करती है।
21 views • 2025-08-08
Sanjay Purohit
सावन की पूर्णिमा पर हरियाली से सजाए घर, भाग्य और बरकत दोनों को मिलेगा वरदान
हिंदू धर्म में सावन पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है। यह दिन धार्मिक दृष्टि से अत्यंत शुभ माना जाता है और इस दिन पूजा-पाठ, व्रत, दान और रक्षाबंधन जैसे त्योहार मनाए जाते हैं। सावन पूर्णिमा भगवान शिव और विष्णु दोनों के लिए महत्वपूर्ण है इसलिए इस दिन किए गए कार्य शुभ फल प्रदान करते हैं।
68 views • 2025-08-07
Sanjay Purohit
भारतीय संस्कृति का अद्भुत पर्व: रक्षाबंधन
भारतवर्ष की संस्कृति विश्व में अपने गहन भाव-संपन्न पर्वों, आत्मीय परंपराओं और संबंधों की गरिमा के लिए जानी जाती है। इन्हीं में से एक अद्वितीय पर्व है — रक्षाबंधन। यह केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि एक भावनात्मक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक उत्सव है, जो भारतीय मानस की गहराइयों से उपजा है।
102 views • 2025-08-07
Sanjay Purohit
क्या आप जानते हैं राखी बांधते वक्त कितनी गांठें लगाते हैं? जानिए इसका महत्व
रक्षाबंधन का पर्व इस बार 9 अगस्त, शनिवार को मनाया जाएगा। श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाने वाला यह पर्व भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक माना जाता है। इस दिन बहनें अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती हंा और उनकी लंबी उम्र व सुख-समृद्धि की कामना करती हैं।
76 views • 2025-08-06
Sanjay Purohit
हिन्दू धर्म में भाद्रपद मास का महत्त्व
हिन्दू पंचांग का प्रत्येक मास न केवल एक समय खंड होता है, बल्कि वह जीवनशैली, साधना और संस्कृति की दिशा निर्धारित करने वाला अध्याय होता है। श्रावण के पश्चात आने वाला भाद्रपद मास, जिसे सामान्यतः 'भादों' कहा जाता है, भारतीय संस्कृति में अत्यंत पवित्र और महत्वपूर्ण माना गया है।
24 views • 2025-08-04
Sanjay Purohit
हरतालिका तीज 2025: श्रद्धा, तप और नारी शक्ति का दिव्य पर्व – 26 अगस्त को
हरतालिका तीज का पर्व भारतीय संस्कृति में स्त्री के आत्मबल, प्रेम, तपस्या और साधना का ऐसा प्रतीक है, जो केवल पारंपरिक धार्मिक अनुशासन नहीं, बल्कि आत्मिक जागरण का गहरा संदेश देता है। वर्ष 2025 में यह पर्व 26 अगस्त को मनाया जाएगा, जो भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को आता है। यह दिन विशेष रूप से विवाहित और अविवाहित महिलाओं के लिए अत्यंत पुण्यदायी होता है।
43 views • 2025-08-01
Sanjay Purohit
अध्यात्म का महज़ मार्ग नहीं, एक जीवन परिवर्तन यात्रा है कैलाश-मानसरोवर
कैलाश-मानसरोवर यात्रा मात्र एक तीर्थयात्रा नहीं, यह आत्मा की पुकार है — एक ऐसा दिव्य आमंत्रण जो मनुष्य को उसकी सांसारिक सीमाओं से उठाकर अध्यात्म के अग्निपथ पर ले जाता है। यह वह मार्ग है जहाँ शरीर की थकान, मन की उथल-पुथल और जीवन के सारे झूठे दंभ छूट जाते हैं, और शेष रह जाता है केवल एक साधक — जो शिव के साक्षात् सान्निध्य की खोज में होता है।
93 views • 2025-07-31
Sanjay Purohit
गोस्वामी तुलसीदास जयंती: लोकभाषा में धर्म, भक्ति और संस्कार की पुनर्स्थापना
श्रावण शुक्ल सप्तमी, जिसे संत तुलसीदास जयंती के रूप में मनाया जाता है, केवल एक महाकवि की जन्मतिथि नहीं, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक चेतना की पुनर्जागरण-तिथि है। गोस्वामी तुलसीदास न केवल एक भक्त थे, न केवल कवि थे, बल्कि वे उस युग के समाज सुधारक, धर्म पुनर्स्थापक और लोक चेतना के महान वाहक थे।
129 views • 2025-07-31
Sanjay Purohit
सावन के अंतिम सोमवार पर करें शिव की विशेष आराधना, मिलेगी महादेव की कृपा
सावन का महीना अब समाप्ति की ओर बढ़ रहा है। हिंदू धर्म में सावन मास को भगवान शिव का अत्यंत प्रिय माना जाता है। पुराणों में भी सावन के महीने को बहुत महत्व दिया गया है। इस मास में आने वाले सोमवार विशेष फलदायी माने जाते हैं क्योंकि ये दिन भगवान शिव को समर्पित होते हैं।
144 views • 2025-07-30
Richa Gupta
नाग पंचमी आज, इस विधि से करें पूजा-अर्चना, मंत्र जाप, मिलेगा आशीर्वाद
सावन माह में पड़ने वाली नाग पंचमी का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। नाग पंचमी श्रावण माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाई जाती है।
81 views • 2025-07-29
...