प्रदेश में शीतलहर का असर अभी भी बना हुआ है। तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है, जिससे ठंड और ज्यादा महसूस की जा रही है। इसी बीच ईरान और उसके आसपास द्रोणिका के रूप में एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है, जिसके चलते हवाओं की दिशा में कुछ बदलाव आने की संभावना जताई जा रही है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार मौसम के मिजाज में बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं है। फिलहाल शीतलहर के असर में कुछ हद तक कमी आ सकती है, लेकिन प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर जारी रहने की संभावना है।
शुक्रवार को प्रदेश में रात का सबसे कम न्यूनतम तापमान 5.2 डिग्री सेल्सियस इंदौर और राजगढ़ में दर्ज किया गया। इंदौर में शीतलहर का खास असर देखने को मिला। प्रदेश के 23 शहरों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा। वहीं, दिन का सबसे कम अधिकतम तापमान 23.6 डिग्री सेल्सियस नरसिंहपुर में रिकॉर्ड किया गया।